पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के सवाल पर राकेश टिकैट ने दिया ये जवाब
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक पर प्रतिक्रिया देते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार का कहना है कि सुरक्षा में चूक हुई और पंजाब सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री वहां नहीं गए क्योंकि रैली में कुर्सियां खाली थीं।
नई दिल्ली / नोएडा, एएनआइ। पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय किसान यूनियन (टिकैट) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार का कहना है कि सुरक्षा में चूक हुई और पंजाब सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री वहां नहीं गए क्योंकि उनकी रैली में कुर्सियां खाली थीं। दोनों केवल अपना बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी पंजाब आ रहे थे तो उनकी सुरक्षा को लेकर क्या इंतजाम किए गए थे?
भाकियू नेता राकेश टिकैट ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए क्या पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में कोई चूक हुई। अगर सुरक्षा में चूक हुई तो क्या अचानक उनके रूट में बदलाव की वजह से हुई या फिर किसानों के विरोध प्रदर्शन की वजह से ऐसा हुआ।उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के कारण रैली रद्द की गई, वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री दावा कर रहे हैं कि रैली में खाली कुर्सियों के कारण पीएम वापस लौटे।
#WATCH | When PM was coming to Punjab, what arrangements did he make regarding security? The news about him saying that he survived makes it clear that it was a stunt. It was an attempt to find a cheap way to gain public sympathy: BKU leader Rakesh Tikait pic.twitter.com/PQr0B8hdlX— ANI (@ANI) January 6, 2022
बता दें कि पीएम मोदी बुधवार को एक जनसभा में शामिल होने के लिए पंजाब गए थे। उनका विमान बठिंडा में उतरा था। खराब मौसम के कारण फिरोजपुर के हुसैनीवाला के लिए पीएम मोदी का काफिला सड़क मार्ग से जा रहा था। कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा नाकेबंदी के कारण वह 15-20 मिनट के लिए फ्लाईओवर पर फंस गए थे। इस घटना को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा में बड़ी चूक बताया।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने दावा किया कि पीएम मोदी की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई। चन्नी ने दावा कि कि भाजपा की फिरोजपुर रैली में 70 हजार कुर्सियां लगाई गई थीं, लेकिन वहां केवल 700 लोग ही पहुंच सके। वहीं भाजपा ने पंजाब के सीएम के इस बयान पर एतराज जताते हुए उनका इस्तीफा तक मांग लिया।
मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के कुछ किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। किसान संगठनों ने पहले ही पीएम मोदी की रैली का बहिष्कार का एलान किया था।ये किसान संगठन दिल्ली में कृषि कानूनों के विरोध में धरना भी दे चुके हैं।