Upper Caste Reservation : बिल पास होने पर भी मुस्लिम वोटरों को लेकर BJP में संशय
आर्थिक आधार पर आरक्षण बिल पास होने से भाजपा में खुशी की लहर है। नेताओं में यह आस बंधी है कि सवर्णों के साथ ही मुस्लिम व अन्य अल्पसंख्यक वर्गों का भी अब पहले से ज्यादा साथ मिलेगा।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। संसद के दोनों सदनों में आर्थिक आधार पर दस फीसद आरक्षण देने का विधेयक पास होने से दिल्ली का सियासी मिजाज भी बदलने की संभावना व्यक्त की जा रही है। केंद्र सरकार के इस कदम से लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा में खुशी की लहर है। नेताओं में यह आस बंधी है कि अब सवर्णों के साथ ही मुस्लिम व अन्य अल्पसंख्यक वर्गों का भी पहले से ज्यादा साथ मिलेगा।
अब पार्टी को इनके बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिलेगी। दिल्ली में लगभग 12 फीसद मुस्लिम मतदाता हैं जो कि कई संसदीय सीटों पर चुनाव परिणाम को प्रभावित करने की स्थिति में हैं। इसे ध्यान में रखकर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ताओं को आरक्षण व अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देकर इन्हें पार्टी के साथ जोड़ने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
मुस्लिमों का समर्थन हासिल करना भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। यह बात भाजपा नेता भी मानते हैं। उनका कहना है कि विरोधी जिस तरह दुष्प्रचार कर रहे हैं उससे चुनौती और बढ़ी है। विरोधी पार्टियों की लगातार कोशिश है कि मुस्लिम भाजपा के साथ नहीं जुड़ पाएं। वहीं, आर्थिक आधार पर आरक्षण के फैसले से अल्पसंख्यकों के बीच भाजपा को जनाधार बढ़ाने की राह आसान होगी।
इसका लाभ लोकसभा तथा उसके बाद विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिलेगा। दिल्ली में सबसे ज्यादा मुस्लिम उत्तर पूर्वी लोकसभा क्षेत्र में है। यहां से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी सांसद हैं। इसी तरह से पूर्वी दिल्ली और चांदनी चौक में भी मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी संख्या है।
इन तीनों संसदीय क्षेत्रों में पड़ने वाले लगभग आठ विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा का प्रदर्शन अपेक्षाकृत खराब रहता है। अब पार्टी को इन क्षेत्रों में पहले की तुलना में लोगों का ज्यादा समर्थन मिलने की उम्मीद है।
संसदीय क्षेत्र- मुस्लिम मतदाता (लगभग)
उत्तर पूर्वी दिल्ली- 21 फीसद
पूर्वी दिल्ली- 16 फीसद
चांदनी चौक- 14 फीसद
उत्तर पश्चिमी दिल्ली-11फीसद
पश्चिमी दिल्ली -07 फीसद
दक्षिणी दिल्ली 07 फीसद
नई दिल्ली 05 फीसद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ सबका विकास के मंत्र को आधार बनाकर काम कर रहे हैं। अल्पसंख्यक वर्गों के हित में कई योजनाएं शुरू की गई हैं। आर्थिक आधार पर दस फीसद आरक्षण देने के फैसले से सभी वर्गों को लाभ मिलेगा। अल्पसंख्यक वर्ग के बीच मोदी सरकार की नीतियों का जोर-शोर से प्रचार किया जाएगा।
मनोज तिवारी, दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष