नहीं बन पाई आम राय, BJP संगठन में फेरबदल का काम अधर में लटका
प्रदेश के सभी बड़े नेता अपने समर्थकों को प्रदेश में पद दिलाने की कोशिश में जुटे रहे। इस कारण सूची को अंतिम रूप देने में दिक्कत हुई।
नई दिल्ली [ जेएनएन ] । दिल्ली प्रदेश भाजपा में फेरबदल के लिए दिल्ली में देर रात चली बैठक बेनतीजा रही। दिल्ली में पदाधिकारियों के नाम तय करने के लिए हुई बैठक में कई नामों पर आम सहमति नहीं बन पाई।
दिल्ली प्रदेश भाजपा में फेरबदल और नए बनाए गए विभागों, प्रकल्पों और प्रकोष्ठों के लिए पदाधिकारियों के नामों की सूची जारी होनी थी, लेकिन इस पर अंतिम मुहर नहीं लग सकी है। पदाधिकारियों के नाम तय करने के लिए भाजपा नेता देर रात तक बैठक करते रहे लेकिन कई नामों पर आम सहमति नहीं बनी है।
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प्रदेश के सभी बड़े नेता अपने समर्थकों को प्रदेश में पद दिलाने की कोशिश में जुटे रहे। इस कारण सूची को अंतिम रूप देने में दिक्कत हुई। नगर निगमों में दायित्व संभालने वाले प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों की जगह नए लोगों को जिम्मेदारी दी जानी है।
इसके साथ ही केंद्र सरकार की योजनाओं को जनजन तक पहुंचाने और संगठन के काम को सही ढंग से आगे बढ़ाने के लिए 19 विभाग, दस प्रकल्प बनाए गए हैं। इनके पदाधिकारियों की भी घोषणा की जानी है।
कुछ जिला अध्यक्षों को भी बदलने की तैयारी है। इसके लिए पिछले दो दिनों से प्रदेश भाजपा नेताओं की बैठक चल रही है। सोमवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू व अन्य नेताओं के साथ बैठक की थी। मंगलवार को भी सुबह से बैठकों का दौर चल रहा है।
प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही सांसद भी अलग-अलग बैठक कर रहे हैं। उनकी भी कोशिश अपने लोगों को प्रदेश व जिला में महत्वपूर्ण पद दिलाने की है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की महापौर कमलजीत सहरावत और नेता सदन शिखा राय की जगह दो महिला नेताओं को प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जानी है।
इसी तरह से उत्तरी दिल्ली नगर निगम की महौपार प्रीति अग्रवाल की जगह किसी और महिला को प्रदेश मंत्री का दायित्व दिया जाना है। वहीं, चांदनी चौक, मयूर विहार और नवीन शाहदरा सहित कुछ जिलों के अध्यक्ष भी बदले जाने की चर्चा है।
इस बारे में प्रदेश भाजपा के नेताओं का कहना है कि अधिकांश नामों पर सहमति बन गई है। कुछ नामों को लेकर अलग-अलग राय है। इन पर भी आम राय बनाने की कोशिश हो रही है।
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