पानी की किल्लत पर घिर गए केजरीवाल, भाजपा ने लगाया सियासत करने का आरोप
भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि केजरीवाल सरकार पानी की समस्या हल करने को लेकर गंभीर नहीं है। दिल्ली सरकार इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। पानी के बढ़े हुए बिल आने की जांच कराने की घोषणा को भाजपा ने राजनीतिक ड्रामा करार दिया है। भाजपा का कहना है कि दिल्ली सरकार पानी की समस्या हल करने में विफल रही है। कई इलाके में लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। टैंकर माफिया के सक्रिय होने से संगम विहार सहित कई इलाकों में लोग परेशान हैं। वहीं, दिल्ली सरकार समस्या हल करने के बजाय इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है।
दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि केजरीवाल सरकार पानी की समस्या हल करने को लेकर गंभीर नहीं है। उसका उद्देश्य सिर्फ जल मंत्री रहे कपिल मिश्रा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के अपने बहाने को सही ठहराना है। यही कारण है कि सरकार नगर निगम चुनाव के पहले लोगों के घरों में पानी का ज्यादा बिल भेजे जाने का आरोप लगाकर इसकी जांच कराने की घोषणा की है। यह मामला पूरी तरह से राजनीतिक है।
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भाजपा नेता ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के वाटर टैंकरों में लगा ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) काम नहीं कर रहा है। इसका फायदा वाटर टैंकर माफिया उठा रहे हैं। संगम विहार जैसे कई क्षेत्रों में लोग इनसे पानी खरीदने को मजबूर हैं। दिल्ली में पानी की मांग बढ़ रही है, लेकिन सरकार जलापूर्ति की क्षमता बढ़ाने की दिशा में कोई काम नहीं कर रही है।
गुप्ता ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के कई ट्यूबवेल सूख चुके हैं। सरकार यह दावा करती है कि शुद्ध जलापूर्ति के लिए उसके पास नौ प्रयोगशाला हैं। यदि सरकार के पास पर्याप्त संख्या में प्रयोगशाला है तो गंदे पानी की आपूर्ति क्यों हो रही है। दिल्ली सरकार को इसे लेकर काफी संख्या में शिकायतें मिल रही हैं। वहीं, दिल्ली जल बोर्ड को पानी न प्राप्त होने की 2,42,484 शिकायतें प्राप्त हुईं। इससे पता चलता है कि दिल्ली में पानी की समस्या गंभीर हो गई है।
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