भाजपा का 'आप' पर वार, कहा- मंत्री ने 23 करोड़ लेकर पेड़ काटने की दी मंजूरी
'आप' ने पेड़ काटने की अनुमति दे दी और नौ महीने तक पेड़ कटने दिए। जनता ने एतराज जताया तो अब सरकार विरोध का नाटक कर लोगों को गुमराह कर रही है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दक्षिणी दिल्ली के नौरोजी नगर और नेताजी नगर में पेड़ों की कटाई को लेकर दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने 23 करोड़ रुपये लेकर एक ही दिन में दो बार पेड़ काटने की अनुमति दी। वृक्ष काटने के मामले को लेकर विजेंद्र गुप्ता ने अन्य विधायकों व पार्षदों के साथ सरोजनी नगर थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शन में दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री व 'आप' के बागी विधायक कपिल मिश्रा भी शामिल हुए।
विरोध का नाटक
प्रदर्शनकारियों ने इमरान हुसैन द्वारा पेड़ काटने की अनुमति देने के दस्तावेज दिखाते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की। गुप्ता ने कहा कि यह प्रदर्शन केजरीवाल सरकार की पोल खोलने तथा पेड़ों को बचाने के लिए किया जा रहा है। राज्य सरकार ने पिछले वर्ष 17 अक्टूबर को चुपके से पेड़ काटने की अनुमति दे दी और नौ महीने तक पेड़ कटने दिए। जनता ने एतराज जताया तो अब सरकार विरोध का नाटक कर लोगों को गुमराह कर रही है।
केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं
पेड़ काटने की अनुमति देने में राज्य सरकार सक्षम है और इसमें केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं है। दिल्ली सरकार ने ही यह कानून बनाया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का झूठ सामने आ गया है। वह दिल्ली के पर्यावरण को बचाने को लेकर गंभीर नहीं है, इसलिए यहां वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। विधायक कपिल मिश्रा, मनजिंदर सिंह सिरसा, जगदीश प्रधान, भाजपा के प्रदेश महामंत्री राजेश भाटिया, पूर्व महापौर व भाजपा जिला अध्यक्ष अनिल शर्मा, पूर्व विधायक बरखा सिंह ने भी इस मामले में दिल्ली सरकार के रवैये का विरोध किया।
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