दिल्ली के लोगों को SDMC ने दिया तोहफा, अब घर पर मिलेगा बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC) में जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र लोगों को घर पर देने के लिए निगम कार्य कर रहा है।
नई दिल्ली (निहाल सिंह)। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC) में जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र लोगों को घर पर देने के लिए निगम कार्य कर रहा है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले कुछ माह में नागरिकों की सुविधा के लिए जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र की होम डिलीवरी की जाएगी। अभी इंटरनेट पर डाउनलोड करने के लिए लगने वाले शुल्क से लोगों को राहत मिलेगी।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के महापौर नरेंद्र चावला ने बताया कि जन्म और मृत्यु के समय परिवार के लोग व्यस्त रहते हैं। ऐसे में उनके पास निगम कार्यालय जाने के लिए समय निकालना मुश्किल होता है। इसलिए निगम अस्पताल में पैदा होने वाले बच्चे व वहां मृत्यु होने के मामलों में नागरिकों को नि:शुल्क जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र घर पर उपलब्ध कराएगा।
नरेंद्र चावला ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि जिन गरीब लोगों को अब भी मोबाइल और इंटरनेट का इस्तेमाल करना नहीं आता, उनकी मजबूरी का लाभ साइबर कैफे संचालक उठाते हैं।
इससे उन्हें 20 रुपये का जन्म प्रमाणपत्र 100-150 रुपये में पड़ता है। इसलिए ऐसे गरीब लोगों को ध्यान में रखते हुए निगम सभी लोगों को जन्म और मृत्यु का प्रमाण पत्र की पहली प्रति को डाक के जरिये घर पर नि:शुल्क उपलब्ध कराएगा। इसके बाद अगर किसी को जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र की अन्य प्रतियां चाहिए तो वे इंटरनेट से शुल्क देकर डाउनलोड कर सकते हैं।
ज्यादातर लोग जीवन भर एक ही प्रति को संभाल कर रखते हैं। इससे कोई भी उनकी मजबूरी का लाभ नहीं उठा सकेगा। उन्होंने बताया कि इसकी तैयारी और पूरी प्रक्रिया पर निगम का स्वास्थ्य विभाग कार्य कर रहा है। इसके पूरा होने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।
नरेंद्र चावला ने बताया कि उनकी योजना है कि वार्ड स्तर पर जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र के सेटर स्थापित करें जहां पर लोगों के कार्य आसानी से हो सकें। अभी यह सुविधा जोन स्तर पर ही लागू है।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग पर उपलब्ध रहेंगे निगम के अधिकारी दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अब बड़े अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये उपलब्ध रहेंगे। इसके लिए निगम ने महापौर कार्यालय से लेकर निगमायुक्त कार्यालय और सभी जोन के उपायुक्त कार्यालय में हाईटेक कैमरे स्थापित किए हैं।
इन कैमरों और एलईडी स्क्रीन के जरिये इन सभी कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग की जा सकेगी। निगम के अनुसार इससे सभी कार्यालय में होने वाली बैठक का समय भी बच सकेगा। साथ ही जोन उपायुक्तों के साथ बैठक के लिए अधिकारियों को मुख्यालय आने की भी जरूरत नहीं होगी।
सभी उपायुक्त अपने कार्यालय में महापौर और निगमायुक्त के साथ बैठक कर सकेंगे। इसमें इस तरह के कैमरे स्थापित किए गए हैं जो 270 डिग्री पर घूम सकते हैं। इससे बैठक में एक से अधिक लोगों से बातचीत की जा सकती है।