CAA Protest : UP-दिल्ली में पर्यटन प्रभावित, होटल इंडस्ट्री को भी तगड़ा झटका; 40% कमरे खाली
citizenship amendment act सीएए के विरोध में दिल्ली व उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शनों के कारण काफी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटकों ने घूमने की योजना स्थगित कर दी है।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। नागरिक संशोधन कानून (सीएए) पर दिल्ली समेत अन्य राज्यों में मचे बवाल से पर्यटन उद्योग सांसत में है। दिसंबर में क्रिसमस और नए साल पर पर्यटन उद्योग को उड़ान मिलती है। दिल्ली होते हुए आगरा, जयपुर, वाराणसी, मसूरी, शिमला समेत अन्य स्थानों पर जाने के लिए पर्यटक आते हैं। लेकिन सीएए के विरोध में दिल्ली व उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शनों के कारण काफी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटकों ने घूमने की योजना स्थगित कर दी है। कई देशों ने भी अपने देश के पर्यटकों को सीएए पर हिंसक विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए भारत जाने से बचने की सलाह दी है। इसका भी असर देखने को मिल रहा है।
होटल महासंघ के अध्यक्ष अरुण गुप्ता के मुताबिक जाड़े में पर्यटन का महीना होता है। इन दिनों पूरे साल का 70 से 80 फीसद काम निकलता है। विदेशी पर्यटक इन महीनों में भारत घूमने आते हैं, लेकिन इस बार मामला उल्टा है। अब बड़े पैमाने पर यात्र की योजना स्थगित हो रही है।
पहाड़गंज-करोलबाग में 40 फीसद कमरे हैं खाली
पहाड़गंज, करोलबाग समेत दिल्ली के अन्य होटलों में 40 फीसद तक कमरे खाली हैं। लोग बुकिंग निरस्त करा रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात समेत कई मुल्कों से इस बार पर्यटक बहुत कम आ रहे हैं, क्योंकि इन देशों ने अपने देश के नागरिकों को भारत जाने से बचने की सलाह दी है।
द इंडिजेनस फेडरेशन ऑफ टूरिज्म इंटेग्रिटी (टिफ्टी) के अध्यक्ष शैलेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि इधर बुकिंग काफी निरस्त हुई है। यह आंकड़ा 50 फीसद है। हालांकि, इससे घूमने की इच्छा बनाए लोगों पर दोहरी मार पड़ रही है। क्योंकि एक तो वह घूमने नहीं जा पा रहे हैं।
वहीं, बुकिंग निरस्त कराने पर पैसे लौटने की संभावना काफी कम होती है। हिंसक विरोध प्रदर्शनों के कारण दिल्ली, उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड का भी पर्यटन उद्योग प्रभावित हो रहा है। क्योंकि जिम कार्बेट, मसूरी व नैनीताल जैसे पर्यटन स्थलों पर जाने का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है, जहां सड़कों पर प्रदर्शन चल रहा है। इससे देशी पर्यटकों की बुकिंग भी काफी प्रभावित हुई है। नतीजतन ट्रैवल्स कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।
इंडियन एसोसिएशन आफ टूर ऑपरेटर के अध्यक्ष प्रणब सरकार ने कहा कि यहां जो पर्यटक आए हुए हैं, उन्हें प्रभावित इलाकों में नहीं ले जाया जा रहा है। पुरानी दिल्ली कुछ दिनों से आंदोलन से प्रभावित है। इसलिए वहां पर्यटकों को बचने की सलाह दी जा रही है।