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सुंदर भाटी व MR गैंग ने मिलाया हाथ, अमर सिंह के खुलासे ने उड़ाई 4 राज्यों की नींद

शातिर अमर सिंह ने सुंदर भाटी गैंग का गठजोड़ अंबाला हरियाणा के एमआर गैंग से कराया है। गैंग का लीडर हरियाणा का एक लाख रुपये का इनामी मोनू राणा है

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 16 Jul 2018 02:12 PM (IST)Updated: Mon, 16 Jul 2018 02:20 PM (IST)
सुंदर भाटी व MR गैंग ने मिलाया हाथ, अमर सिंह के खुलासे ने उड़ाई 4 राज्यों की नींद
सुंदर भाटी व MR गैंग ने मिलाया हाथ, अमर सिंह के खुलासे ने उड़ाई 4 राज्यों की नींद

नोएडा (ललित विजय)। यूपी के कुख्यात सुंदर भाटी गैंग और हरियाणा के एमआर गैंग के गठजोड़ को अपराध की दुनिया में एक बढ़ा कदम माना जा रहा है। इनके गठजोड़ से दिल्ली, हरियाणा और पंजाब तक दहल सकता है। यह बात भाजपा नेता शिव कुमार यादव समेत चार की हत्या में वांछित एक लाख के इनामी व सुंदर भाटी गैंग के सदस्य अमर सिंह के पकड़े जाने के बाद सामने आया है। अमर सिंह ने सुंदर भाटी गैंग का गठजोड़ अंबाला हरियाणा के एमआर गैंग से करा दिया। गैंग का लीडर हरियाणा का एक लाख का इनामी मोनू राणा है। इस गठजोड़ के बाद एमआर गैंग ने सुंदर भाटी के विरोधियों को यूपी में निपटाने की हामी भरी। उधर, सुंदर भाटी गैंग ने एमआर गैंग के विरोधी बीआर गैंग को खत्म करने में सहयोग का वादा किया।

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बीआर गैंग का लीडर हरियाणा का पांच लाख का इनामी भूपी राणा है। इस नए गठजोड़ के बाद सुंदर-एमआर गैंग बागपत के रहने वाले संदीप बली की हत्या करने वाले थे। संदीप की दिल्ली में टोल वसूली को लेकर सुंदर के भतीजे अनिल भाटी से दुश्मनी है। इस हत्याकांड से पहले ही गाजियाबाद पुलिस ने मेरठ के सरधना से एक लाख के इनामी अमर सिंह को चार अन्य के साथ पकड़ लिया। उसके साथ एमआर गैंग के सदस्य कुलदीप और अनूप भी पकड़े गए हैं। कुख्यात बदमाशों के इस अंतरराज्यीय गठजोड़ की जानकारी से यूपी पुलिस भी सचेत हो गई है। अब विभिन्न प्रदेश के बड़े बदमाशों पर संयुक्त कार्रवाई के लिए कई प्रदेश की पुलिस साथ मिलकर काम करेगी। इसके लिए जल्द ही विभिन्न राज्यों के डीजीपी की बैठक होगी।

मामा के लड़के ने कराया एमआर गैंग से संपर्क, आठ माह तक मिली शरण : अमर सिंह ने नोएडा एसटीएफ के अधिकारियों को बताया कि यूपी पुलिस से बचने के लिए वह किसी गैंग से जुड़ना चाह रहा था। यूपी के सारे गैंग की कमर टूट गई है। साथ ही सारे गैंग पर पुलिस की नजर है। ऐसे में यूपी में किसी भी गैंग से जुड़ने पर खतरा था। यह जानकारी मामा के लड़के नीरज को दी। नीरज अंबाला (हरियाणा) में रहता है। उसी ने मोनू राणा से मुलाकात कराई। जिसके बाद मोनू राणा गैंग व सुंदर भाटी गैंग मिल गए। अमर सिंह ने एसटीएफ को बताया
कि आठ माह तक छिपने का इंतजाम एमआर गैंग ने ही किया। जिससे वह यूपी पुलिस से बचता रहा।

दिल्ली में एसटीएफ के हाथ से निकल गया था अमर
अमर के पीछे एसटीएफ आठ माह से थी। वह जम्मू, हिमाचल और दिल्ली के कनाट प्लेस व लोधी रोड आ-जा रहा था। कुछ दिनों पहले एसटीएफ ने उसे दिल्ली के लोधी रोड में घेर लिया था। लेकिन, वह एसटीएफ को चकमा देकर निकल गया।

यूपीएसटीएफ तैयार करेगा नई रणनीति
अमिताभ यश (आइजी, यूपीएसटीएफ) का कहना है कि यूपी के गैंगों की कमर टूटने के बाद अब बड़े बदमाशों ने अन्य राज्यों के बड़े गैंग से गठजोड़ प्रारंभ कर लिया है। सुंदर गैंग एमआर गैंग से मिल गया। जिसके बाद दोनों गैंग एक-दूसरे के दुश्मनों को रास्ते से हटाने की प्लानिंग में थे। अब विभिन्न राज्यों की पुलिस भी मिलकर काम करेगी। 

डोंगल को बनाया नया हथियार
एक लाख के इनामी अमर सिंह के पकड़े जाने के बाद एक चीज और साफ हो गई है कि बड़े बदमाशों ने अब डोंगल को कम्यूनिकेशन हथियार बना लिया है। जेल में बंद बदमाश अब मोबाइल में इंटरनेट नहीं रखते। वह डोंगल लेते हैं। फिर मोबाइल को वाइ-फाइ से डोंगल से कनेक्ट करते हैं। फिर वाट्सएप कॉल के जरिए आपस में बातचीत करते हैं। जेल में मोबाइल जैमर की जद में डोंगल नहीं आता। इस कारण जेल में बंद बदमाश भी वाट्सएप कॉल कर साथियों से संपर्क में हैं।

अनिल भाटी के पुलिस अधिकारी फेसबुक फ्रेंड
सुंदर भाटी का भतीजा व इन दिनों कौशांबी जेल में बंद अनिल भाटी की पुलिस अधिकारियों से भी दोस्ती की बात भी एसटीएफ को पता चली है। अनिल व यूपी पुलिस के कुछ अधिकारियों की दोस्ती का सबूत फेसबुक है। अनिल के फेसबुक की फ्रेंड लिस्ट में भी वह अधिकारी जुड़े हैं।

योगी आदित्यनाथ की मुहिम का दिखने लगा असर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपराध मुक्त यूपी मुहिम का असर दिखने लगा है। यूपी के बदमाशों ने आपस में गठजोड़ करना बंद कर प्रदेश के बाहर का रुख कर लिया है। यूपी के गैंग अन्य प्रदेशों के गैंग से गठजोड़ कर रहे हैं। जिससे वह यूपी पुलिस से बच सकें। साथ ही जरायम की दुनिया में उनकी दखल बनी रही।

शूटर अमर सिंह से पूछताछ में कई राज से उठेगा पर्दा
ग्रेटर नोएडा के बिसरख कोतवाली क्षेत्र में बीते साल 16 नवंबर 2017 की दोपहर भाजपा नेता शिव कुमार, चालक बलीनाथ व निजी सुरक्षाकर्मी रईस पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तिहरे हत्याकांड में शामिल शार्प शूटर व सुंदर भाटी गिरोह के सदस्य अमर सिंह उर्फ मूंछ को गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने शनिवार रात मेरठ से गिरफ्तार किया। जिला पुलिस एक लाख के इनामी अमर सिंह को पकड़ने में नाकाम रही। उसके पकड़े जाने के बाद पुलिस उसे रिमांड पर लेगी और पूछताछ करेगी। मामले की जांच बिसरख से बादलपुर कोतवाली स्थानांतरित कर दी गई थी। पुलिस अमर को रिमांड पर लेने के लिए जल्द ही न्यायालय में अर्जी लगाएगी। भाजपा नेता शिव कुमार, चालक बलीनाथ व निजी सुरक्षाकर्मी रईसपाल की 16 नवंबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में एसटीएफ ने दिसंबर में नोएडा के बहलोलपुर गांव के रहने वाले अरूण यादव व उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस जांच में पता चला था कि अरुण के पिता की मौत सड़क हादसे में गाजियाबाद में हुई थी। अरूण यह मानता था कि उसके पिता की हत्या शिव कुमार ने करवाई है। बदला लेने की नियत से उसने सुंदर भाटी के भतीजे अनिल भाटी को दस लाख की सुपारी देकर शूटर के माध्यम से शिव कुमार की हत्या करवाई थी।

तीन लोगों की चल रही जांच
पीड़ित परिजन की तहरीर पर बादलपुर पुलिस मुख्य आरोपित अरूण यादव के दारोगा भाई व दो अन्य रिश्तेदार के खिलाफ भी जांच कर रही है।


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