DDA News: दिल्ली के किसानों के लिए बड़ी खबर, लैंड पूलिंग पालिसी को मिली रफ्तार; लाखों लोगों को होगा फायदा
DDA land pooling policy डीडीए की लैंड पूलिंग पालिसी पर काम अब तेज होने वाला है। योजना में कुछ गांवों की जमीन को शहरी ग्रामीण क्षेत्र का हिस्सा न होने के कारण योजना में नहीं रखा गया था।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने शहर में लाखों फ्लैट/आवास बनाने की तैयारी तेज कर दी है। इसके तहत यानी लैंड पूलिंग पालिसी 2018 के तहत तीन सेक्टरों में कंसोर्टियम (किसान समूह) गठित करने के लिए नोटिस जारी किया है। नोटिस की वैधता जारी होने की तिथि से 90 दिन होगी। डीडीए सभी भू स्वामियों को एक सार्वजनिक नोटिस भी जारी कर रहा है ताकि भू-स्वामी नीति के तहत अपनी पूल्ड भूमि की सूची के संदर्भ में अगर कोई आपत्ति हो तो उसे दर्ज करवा सकें।
इतना ही नहीं, यदि सूची में कोई आपत्ति हो तो भू-स्वामी इस सार्वजनिक सूचना के जारी होने के 45 दिनों के भीतर पोर्टल पर आयुक्त (लैंड पूलिंग) को अपना आवेदन दे सकते हैं। पालिसी के तहत आगे आने वाले भू स्वामियों की सूची डीडीए की वेबसाइट पर लैंड पूलिंग नोटिस टैब पर देखी जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक लैंड पूलिंग पॉलिसी में अब तक डीडीए को 7275 हेक्टेयर भूमि मिल चुकी है। इसीलिए जोन एन में सेक्टर 10-ए और जोन पी-2 में सेक्टर 2, 3 के लिए नोटिस जारी किया जा रहा है।
डीडीए ने विशेष पोर्टल भी बनाया है जिसके जरिये भू-स्वामी अपने दस्तावेज अथवा आवेदन संबंधी जानकारी हासिल कर सकते हैं। योजना में जोन जे, के-1, एल, एन, पी-1 और पी-2 में आने वाले 104 गांव शामिल हैं।
यह पूरा क्षेत्र 129 सेक्टरों में विभाजित हैयदि भू-स्वामी कंसोर्टियम बनाने में विफल रहते हैं या उस विशेष सेक्टर में 70 प्रतिशत शामिल पूल्ड भूमि प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं, तो ऐसे नोटिस रद हो जाएगा। लैंड पूलिंग क्षेत्र में सभी सेक्टरों के लिए भू-स्वामियों नक्शे के विवरण डीडीए की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट जीओवी डॉट इन / रेफरेंस-मैप्स पर देखे जा सकते हैं ।
इन सेक्टरों में कंसोर्टियम के लिए बनाई योजना
सेक्टर नक्शा योजना के अनुसार उत्तरी दिल्ली में यमुना नदी के साथ स्थित जोन पी-2 में सेक्टर 2 उन सेक्टरों में से एक है जिनके लिए यह अंतरिम सूचना जारी की है। इस सेक्टर में लैंड पूलिंग पालिसी के अंतर्गत लगभग 140 हेक्टेयर विकास योग्य भूमि शामिल है, जिनमें से 121 हेक्टेयर भूमि वाले भू-स्वामियों ने हिस्सेदारी में रुचि दिखाई है और रिकॉर्ड सत्यापित किए गए।
सेक्टर-3, जोन पी-2 सेक्टर 3 में लगभग 210 हेक्टेयर विकाय योग्य भूमि शामिल है, जिसमें से 156 हेक्टेयर भूमि वाले भू-स्वामी विकास के लिए आगे आए हैं। इसमें भी पूल की गई भूमि शामिल नहीं है।
गांव तिगीपुर (पार्ट), फतेहपुर जाट (पार्ट), मोहम्मदपुर (पार्ट), रमजानपुर (पार्ट), बख्तावरपुर (पार्ट) इस सेक्टर का निर्माण करते हैं, जिनमें से एक राजस्व संपत्ति अर्थात बख्ताावरपुर को मास्टर प्लान योजना-2021 के भाग के रूप में हल्के सघनता वाले आवासीय क्षेत्र के रूप में भी अधिसूचित किया है।
जोन एन में सेक्टर 10-ए एक अन्य विचाराधीन सेक्टर है जो कि उत्तर-पश्चिम दिल्ली के बवाना क्षेत्र के नजदीक है। सेक्टर 10-ए में 124 हेक्टेयर क्षेत्र है जिसमें से 117 हेक्टेयर लैंड पालिसी के अंतर्गत विकसित करने योग्य है और 96 हेक्टेयर को पूल किया गया है।
लैंड पूलिंग के तहत जमीने उपलब्ध होने के बाद दिल्ली में कई लाख फ्लैट बनाए जा सकेेंगे। डीडीए की योजना के तहत दिल्ली में 17 लाख आवास बनाए जाने हैं, जो बहुत हद तक लैंडपूलिंग पर निर्भर करेंगे।