Bar & Restaurant Open News: हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद की तरह दिल्ली में भी रातभर खुलेंगे बार-रेस्तरां
Bar Restaurant Open News हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद सुबह तक बार और रेस्तरां खुले रहेंगे ऐसे में अब दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार भी ऐसा ही निर्णय लेने जा रही है। इसके बात दिल्ली में तड़के 3 बजे तक बार और रेस्तरां खुल सकेंगे।
नई दिल्ली, जागरण टीम। दिल्ली के बार में अब तड़के तीन बजे तक शराब मिल सकेगी। इस बाबत आदेश जारी होने जा रहा है। कुलमिलाकर आगामी कुछ दिनों के बाद राजधानी दिल्ली के रेस्तरां और बार में अब शराब आधी रात के बाद तीन बजे तक मिलेगी। दरअसल, दिल्ली सरकार ने एक नीतिगत निर्णय लिया है जिसमें बार संचालकों को शराब परोसने की अनुमति तीन बजे तक दी जा रही है।
दिल्ली सरकार की ओर से इस बारे में जारी किया गया नोट सोमवार को आबकारी विभाग में पहुंच गया है। विभाग ने इसे लेकर आदेश जारी करने की प्रक्रिया शुरू की है। सूत्रों का कहना है कि आबकारी विभाग आदेश जारी करने के लिए फाइल आबकारी मंत्री के पास भेजेगा। मंत्री की अनुमति के आधार पर आदेश जारी किया जा सकेगा। दिल्ली में अभी रेस्तरां में बार को देर रात एक बजे तक संचालित करने की अनुमति है।
हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद में बार को देर रात गए तीन बजे तक खोलने की अनुमति है। हालांकि, उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजियाबाद में बार एक बजे तक खुले रहते हैं। राष्ट्रीय राजधानी में करीब 550 रेस्तरां हैं, जिन्होंने बार का लाइसेंस लिया हुआ है। लगभग 150 की संख्या में होटल और मोटल के रेस्तरां में पहले से ही 24 घंटे शराब परोसने की अनुमति है।
वहीं, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने नई शराब नीति के तहत राजधानी दिल्ली में तड़के तीन बजे तक बार और रेस्तरां खोलकर शराब परोसने की छूट देने के फैसले का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला सिर्फ सरकारी खजाना भरने के लिए है। इससे दिल्ली की संस्कृति, कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के लिए भारी खतरा पैदा होगा। उपराज्यपाल को इस विषय पर सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि नई शराब नीति में सरकार ने किसी नियम-कानून या परंपरा की परवाह नहीं की है। त्योहार के दिन भी शराब के ठेके खोलकर हिंदू संस्कृति के साथ मजाक किया जा रहा है। ड्राई डे 21 से घटकर तीन कर दिए गए हैं। गली-गली में शराब की दुकानें खोलने के लिए मास्टर प्लान के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। शराब की गुणवत्ता की जांच का जिम्मा भी शराब ठेकेदारों को ही दे दिया गया है।