महिला मैनेजर ने बायफ्रेंड संग किया बैंक्वेट हाल मालिक के बेटे का अपहरण, मांगी 50 लाख की फिरौती
पुलिस ने आरोपितों में बैंक्वेट हाल में कार्यरत महिला कर्मचारी ऋचा सबरवाल उसकी मां अनीता प्रेमी गुरमीत सिंह व उसके दोस्त कमल बंसल को गिरफ्तार किया है। बैंक्वेट हाल मालिक के बेटे का अपहरण कर फिरौती वसूलने के मामले का पुलिस ने शनिवार को राजफाश कर दिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। गाजीपुर फूल मंडी से पिस्तौल के बल पर बैंक्वेट हाल मालिक के बेटे का अपहरण कर फिरौती वसूलने के मामले का पुलिस ने शनिवार को राजफाश कर दिया। पुलिस ने आरोपितों में बैंक्वेट हाल में कार्यरत महिला कर्मचारी ऋचा सबरवाल, उसकी मां अनीता, प्रेमी गुरमीत सिंह व उसके दोस्त कमल बंसल को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि ऋचा ने कर्ज उतारने के लिए मां और प्रेमी के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा था। इनके पास से फिरौती की रकम से 36 लाख रुपये और एक खिलौने वाली पिस्तौल बरामद हुई है।
पूर्वी जिले की डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि शालीमार बाग के रहने वाले विकास अग्रवाल का देरावल नगर में बैंक्वेट हाल है। उनका बेटा किनशुक 17 दिसंबर को बैंक्वेट हाल में पुष्प सज्जा करने वाली कर्मचारी ऋचा सबरवाल के साथ फूल खरीदने के लिए गाजीपुर फूल मंडी गया था। उनकी कार चालक जितेंद्र चलाकर ले गया था। मंडी से खरीदारी खत्म करने के बाद ऋचा कार में सवार हो चुकी थी।
जैसे ही किनशुक कार में बैठने जा रहा था, उसी वक्त एक नकाबपोश बदमाश ने पिस्तौल दिखाते हुए उनको कार में बंधक बना लिया। मारने की धमकी देते हुए चालक को कार अशोक विहार की तरफ ले जाने के लिए कहा। बदमाश ने किनशुक के मोबाइल फोन से उनके पिता को वाट्सएप काल कर एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। सौदेबाजी के बाद बदमाश ने 50 लाख रुपये लेकर अशोक विहार में किनशुक, ऋचा और चालक जितेंद्र को छोड़ दिया। इसके बाद बदमाश ने पिस्तौल के बल पर विकास अग्रवाल को कार की चालक सीट पर बैठाया और धौलाकुआं की तरफ चलने के लिए कहा।
पश्चिम विहार के रेडिसन होटल के पास पहुंचने के बाद बदमाश कार से उतर गया और बाकी के 50 लाख रुपये जल्द न देने पर जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गया। अगले दिन विकास अग्रवाल ने पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस को वारदात के बारे में जानकारी दी।
150 कैमरों की फुटेज खंगालने पर मिला सुराग: निर्माण विहार के एसीपी नीरव पटेल के नेतृत्व में पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र थाने के एसएचओ सुरेंद्र कुमार, एसआइ नरेंद्र, हेड कांस्टेबल संदीप, भूपेंद्र और कांस्टेबल नितिन राठी की टीम को जांच सौंपी गई। टीम ने अपहरणकर्ता के 70 किलोमीटर के रूट को चिह्नित कर उस पर करीब 150 सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और काल रिकार्ड का विश्लेषण करने के बाद एक संदिग्ध स्कूटी की पहचान की। इस स्कूटी के जरिये पुलिस ने ओंकार नगर रामपुरा निवासी कोमल बंसल को हिरासत में लिया।
पूछताछ में उसने अपहरण की बात कबूलते हुए बताया कि उसने पड़ोस में रहने वाले दोस्त गुरमीत सिंह के कहने पर वारदात को अंजाम दिया। इस आधार पर पुलिस ने गुरमीत सिंह को गिरफ्तार किया। उससे मालूम हुआ कि किनशुक के पिता के बैंक्वेट हाल में काम करने वाली उसकी प्रेमिका ऋचा ने अपनी मां अनीता के साथ मिलकर पूरा षड्यंत्र रचा था। ऋचा ने पूछताछ में बताया कि वह पहले से शादीशुदा है। उसके पति और दो बच्चे हैं। कोरोना काल में व्यवसाय में उसके पति को नुकसान होने पर कर्ज हो गया था। बैंक्वेट हाल से ऋचा को 25 हजार रुपये वेतन मिलता था, जिससे वह कर्ज अदा नहीं कर पा रही थी।