Move to Jagran APP

महिला सशक्तिकरण की बात करती 'आयुष्मति गीता मैट्रिक पास'

प्रदीप खेरवार ने कहाकि “गीता इस देश की आधी आबादी की वह आवाज हैं जिस पर हमेशा सवाल उठाए जाते हैं यह सवाल उसकी शादी से लेकर उसकी पढ़ाई तक उठते हैं ग्रामीण परिवेश की इस कहानी को बहुत ही मनोरंजक और ड्रामा के साथ दर्शक देखेंगे। फ़िल्म की कहानी आज के युवा और समाज की सोच को गहरे से महसूस करती है ।

By Jagran News Edited By: Anurag Mishra Updated: Mon, 30 Sep 2024 09:27 PM (IST)
Hero Image
महिला सशक्तिकरण को नए आयाम देती "आयुष्मति गीता मैट्रिक पास"

नई दिल्ली।

लड़कियों की शिक्षा और महिला सशक्तिकरण पर बात करती अपकमिंग फिल्म "आयुष्मति गीता मैट्रिक पास" का शानदार ट्रेलर पुणे के डीवाई पाटिल कॉलेज में भव्य रूप से लॉन्च किया गया। इस अवसर पर गेस्ट ऑफ ऑनर सुपर 30 के फाउंडर पद्मश्री आनंद कुमार भी मौजूद थे। इस विशेष कार्यक्रम में निर्देशक प्रदीप खेरवार, मुख्य अभिनेत्री कशिका कपूर, अनुज सैनी और अतुल श्रीवास्तव , निर्माता शानू सिंह राजपूत , संगीतकार सजींव आनंद झा भी उपस्थित रहे।फ़िल्म का ट्रेलर जबरदस्त है। ट्रेलर की शुरुवात एक बेहद भावुक सवाद से होती हैं दुनिया सिर्फ़ दो हिस्सो में बटी हैं एक औरत और एक मर्द। ग्रामीण भारत में पली बढ़ी एक लड़की गीता फ़िल्म का केंद्रीय किरदार हैं गीता को एक लड़के से प्रेम हो जाता है मगर हर लव स्टोरी की तरह इस शादी में भी आती है बाधा। लड़की के पिता अपनी बेटी की शादी तब करने को कहते हैं जब तक कि वह मैट्रिक पास न कर ले। उस के पिता ने गांव में न केवल अपनी बेटी को स्कूल भेजने की पहल की, बल्कि उसने यह भी सुनिश्चित किया कि शिक्षा उसकी बेटी के जीवन का जरूरी हिस्सा हो। इसी क्रम में आगे कई मोड़ आते हैं और तेजी से बदलते घटनाक्रम दर्शकों की रुचि को कायम रखते हैं। 2 मिनट 53 सेकंड का ट्रेलर जब खत्म होता है तो इस संवाद के साथ मन मस्तिष्क पर गहरा असर छोड़ जाता है "जब तक महिला को सशक्त नहीं बनाया जाएगा तब तक सशक्त भारत का निर्माण कैसे हो पाएगा?" औरतों की पढ़ाई के बारे में जागरूकता फैलाने वाली फिल्म के डायलॉग दिल को छू जाते हैं। "यह जो लड़का लोग है क्या सरकार इस लड़का लोग पर भरोसा छोड़ चुकी हैं क्या, जो अब लड़कियों को चूल्हा चौका छोड़कर पढ़ाये " ट्रेलर का यह संवाद लड़का लड़की की बराबरी की बात करने वाले समाज की भी एक कड़वी सच्चाई को सामने रखता हैं।

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम को बुलंद करती फ़िल्म "आयुष्मति गीता मैट्रिक पास" एक प्रेम कहानी के साथ पारिवारिक ड्रामा भी है, जिसमे हास्य के रंग भी हैं और गीत संगीत का तड़का भी।निर्देशक प्रदीप खेरवार ने कहाकि “गीता इस देश की आधी आबादी की वह आवाज हैं जिस पर हमेशा सवाल उठाए जाते हैं यह सवाल उसकी शादी से लेकर उसकी पढ़ाई तक उठते हैं ग्रामीण परिवेश की इस कहानी को बहुत ही मनोरंजक और ड्रामा के साथ दर्शक देखेंगे। फ़िल्म की कहानी आज के युवा और समाज की सोच को गहरे से महसूस करती है । फ़िल्म के युवा किरदार गीता और कुंदन इस कहानी को पर्दे पर शानदार तरीके से प्रस्तुत करते हैं नवोदित अभिनेत्री कशिका कपूर ने इस फ़िल्म में गीता की शीर्षक भूमिका निभाई है। अनुज सैनी एक आदर्श पुरुष कुंदन के रोल में हैं। गुड आईडिया फिल्म्स और स्पंक प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी फ़िल्म के निर्माता प्रदीप खैरवार, शानू सिंह राजपूत, सह निर्माता जेके एंटरटेनमेंट व पेंटेक इंटरनेशनल हैं। फैमिली ड्रामा फ़िल्म की शूटिंग उत्तरप्रदेश के वाराणसी और चंदौली में हुई है। 18 अक्टूबर 2024 को फ़िल्म सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें