दिल्ली में संतों की हुंकार, अब और इंतजार नहीं, राम मंदिर के लिए कानून बनाए सरकार
भैयाजी जोशी ने दो टूक कहा कि अब राम मंदिर पर और इंतजार नहीं किया जाएगा। वह भीख नहीं मांग रहे हैं।
नई दिल्ली [जेएनएन]। राम मंदिर को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मोदी सरकार पर घेरा बढ़ा दिया है। रामलीला मैदान में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की धर्म सभा में लाखों रामभक्तों और साधु संतों की मौजूदगी में संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने दो टूक कहा कि अब राम मंदिर पर और इंतजार नहीं किया जाएगा। वह भीख नहीं मांग रहे हैं। सरकार को संसद के इसी शीतकालीन सत्र में कानून बनाकर अयोध्या में भव्य राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त करना होगा। उन्होंने केंद्र सरकार को यह भी याद दिलाया कि वह राम मंदिर के संकल्प के साथ सत्ता में आई है, ऐसे में वह करोड़ों लोगों की भावनाओं का अनादर न करे।
अयोध्या, मुंबई, नागपुर समेत 200 से अधिक स्थानों पर धर्मसभा के बाद रविवार को रामलीला मैदान धर्मसभा का अगला पड़ाव था, जिसमें लाखों रामभक्त अंदर और बाहर थे तो मंच पर सैकड़ों साधु-संत विराजमान थे। सबकी जुबान पर केवल राम का नाम था। भगवा झंडा लहराते रामभक्तों का जोश हिलोरे मार रहा था।
भैयाजी जोशी ने केंद्र सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम उनसे हिंदू भावनाओं के सम्मान की आकांक्षा करते हैं। लोकतंत्र में जन आकांक्षाओं की पूर्ति सत्ता की प्राथमिकता होनी चाहिए। इसकी उपेक्षा या अपमान करते हुए यह देश कभी स्वाभिमान से खड़ा नहीं हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा फैसले में देरी पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि जिस देश में न्याय व्यवस्था और न्याय के प्रति अविश्वास का भाव जगता है उस देश का उत्थान होना असंभव है। इसलिए न्याय व्यवस्था को भी इसपर विचार करना चाहिए।
धर्मसभा की अध्यक्षता करते हुए आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि राम राष्ट्र चेतना व जीवन का मंत्र हैं। दिल्ली में उमड़े जनसैलाब ने इतिहास रच दिया। इस अवसर पर उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए संकल्प भी दिलाया। साध्वी ऋतंभरा ने केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि रामलला की बात कहने वाले ठाठ में आ गए, जबकि रामलला टाट में हैं। वहीं महामंडलेश्वर स्वामी परमानंद ने मोदी सरकार को दो टूक चेतावनी दी कि अगर मंदिर नहीं बना तो रामभक्त चुप नहीं बैठेंगे। स्वामी हंसदेवाचार्य ने सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर राम मंदिर प्राथमिकता में नहीं है तो रामनवमी पर वे अवकाश क्यों लेते हैं। दूसरी ओर विहिप के अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा कि राम मंदिर चुनाव का नहीं, आत्मसम्मान का मुद्दा है।
जय श्री राम के नारों से गूंजी दिल्ली की सड़कें
रामलीला मैदान में आयोजित विश्व हिंदू परिषद की धर्मसभा में दिल्ली और अन्य स्थानों से आए लोगों की वजह से दिल्ली की सड़कें जय श्री राम के नारों से गूंज उठीं। सुबह छह बजे से ही श्रीराम भक्तों का जत्था रामलीला मैदान में जुटना शुरू हो गया था और देखते ही देखते 10 बजे तक रामलीला मैदान लोगों से खचाखच भर गया। इसको देखते हुए पुलिस ने 10.30 बजे रामलीला मैदान में प्रवेश के सभी द्वारों को बंद कर दिया। इसके बाद लोगों को जब एक गेट से नहीं घुसने दिया तो लोगों ने दूसरे और तीसरे गेट से प्रवेश करने का प्रयास किया। जब प्रवेश नहीं मिला तो लोग सड़क पर ही जय श्री राम का नाम जपते हुए बैठ गए। सड़क पर लगी एलईडी स्क्रीन पर पूरा प्रसारण देखते रहे।
दिल्ली पुलिस की अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई धर्मसभा
विश्व हिंदू परिषद की धर्मसभा रविवार को दिल्ली पुलिस की अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हो गई। पुलिस प्रवक्ता मधुर वर्मा के मुताबिक पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक को तमाम वरिष्ठ अधिकारी सुबह से दोपहर तक पल-पल की जानकारी देते रहे। रविवार को सुबह होते ही रामलीला मैदान के चारों तरफ पांच दर्जन से अधिक कॉलोनियों व मार्केट की सड़कों को दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड लगाकर पूरी तरह बंद कर दिया था ताकि कॉलोनी के लोग रामलीला मैदान की तरफ न आ पाएं और न ही इधर से लोग कॉलोनियों की तरफ जा सकें। आसपास की सड़कों पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। करीब 1500 ऊंची बिल्डिंगों की छतों पर कमांडो तैनात किए गए थे जो अत्याधुनिक हथियारों व तेज क्षमता वाली दूरबीन से लैस थे