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मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसक हुए 'श्रद्धालु', DCP समेत 8 पुलिसवाले घायल

डीसीपी के चेहरे पर डंडा लगने से उन्हें मैक्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जबकि अन्य पुलिसवालों को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 20 Oct 2018 09:29 AM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2018 09:29 AM (IST)
मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसक हुए 'श्रद्धालु', DCP समेत 8 पुलिसवाले घायल
मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसक हुए 'श्रद्धालु', DCP समेत 8 पुलिसवाले घायल

नई दिल्ली, जेएनएन। पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार स्थित डीएनडी घाट पर प्रतिमा विसर्जन के लिए पहुंचे कुछ श्रद्धालुओं ने जमकर बवाल काटा। दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के श्रीनिवासपुरी से आए लोग विसर्जन के बाद विपरीत दिशा से जाने लगे। पुलिस ने ऐसा करने से रोका तो वे भिड़ गए। पुलिस ने पकड़ने की कोशिश की तो पथराव शुरू कर दिया। घटना में पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) पंकज कुमार सिंह, एसीपी, मयूर विहार थाना प्रभारी समेत कुल आठ पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। हुड़दंग करने वाले लोगों ने पुलिस की एक जिप्सी भी तोड़ डाली।

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पुलिस का कहना है कि हुड़दंग करने वाले अधिकतर लोग शराब के नशे में थे। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर स्थिति पर जैसे-तैसे काबू पाया। 11 लोगों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने सरकारी काम में बाधा, बलवा, ड्यूटी के दौरान हमला करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

घायल डीएसपी अस्पताल में भर्ती

डीसीपी के चेहरे पर डंडा लगने से वह बुरी तरह घायल हो गए। पुलिसकर्मियों ने उन्हें मैक्स अस्पताल में भर्ती करवाया। अन्य घायल पुलिसकर्मियों को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हालत बिगड़ने पर उपायुक्त को बाद में एम्स के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।

पूर्वी रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त रवींद्र यादव ने बताया कि दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के लिए दिल्ली में अलग-अलग जगह घाट बनाए गए थे। एक घाट मयूर विहार डीएनडी पर बनाया गया था। यहां पर पिछले कुछ वर्षों में भीड़ की स्थिति को देखते हुए इस वर्ष जाम से निपटने के लिए प्रशासन ने घाट पर आने और जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए। शाम 5:30 बजे डीसीपी पंकज कुमार सिंह, एसीपी मयूर विहार शोभित सक्सेना, एसएचओ मयूर विहार समेत भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे।

इस दौरान श्रीनिवासपुरी से आए कुछ लोग वाहनों को लेकर विपरित दिशा में आने लगे। जब पुलिस ने उनको रोका तो वे उलझ गए। उपायुक्त ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो वे अचानक आक्रामक हो उठे। आरोपितों ने उपायुक्त के सिर पर डंडा मार दिया, इससे उनके चेहरे पर गंभीर चोट आई है।

वहीं कुछ अन्य अधिकारियों का कहना है कि महिलाओं ने भी पुलिस पर पथराव किया। इस हमले से घाट के रास्ते पर भगदड़ मच गई। हुड़दंग करने वाले लोगों ने पुलिस की एक जिप्सी भी तोड़ दी। भारी संख्या में पुलिस बल बुलाकर स्थिति पर काबू किया गया। मौके से नशे में धुत 11 लोगों को पकड़ा गया है जो इस घटना में शामिल थे। मयूर विहार थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रशासन की ओर से घाट पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की मदद से अन्य आरोपितों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।

त्योहारों में आरपीएफ जवानों को नहीं मिलेगी छुट्टी

त्योहारों का मौसम चल रहा है और रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ उमड़ने लगी है। भीड़ प्रबंधन और यात्रियों को समुचित सुरक्षा प्रदान करना चुनौती भरा काम है। इसके लिए रेलवे प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू हो गई है। अतिरिक्त जवानों की तैनाती के साथ ही सीसीटीवी कैमरों से स्टेशन परिसरों की निगरानी की जा रही है। सुरक्षा-व्यवस्था में कोई कमी न रह जाए, इसके लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) के जवानों व अधिकारियों की छुट्टी तत्काल प्रभाव से रद कर दी गई है। उन्हें पूरे त्योहार के दौरान ड्यूटी देनी होगी। दशहरा के बाद रेलवे स्टेशनों पर दिवाली और छठ पूजा को लेकर यात्रियों की उमड़ने वाली भीड़ को संभालने के लिए रेल प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। आरपीएफ के उपमहानिरीक्षक सुमति शांडिल्य ने 15 अक्टूबर को निर्देश जारी कर आरपीएफ और आरपीएसएफ को त्योहार के दिनों में छुट्टी लेने पर रोक लगा दी है। अति आपातकाल की स्थिति में ही उन्हें अवकाश मिलेगा।


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