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कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोकनायक में नियमित व स्थाई सर्जरी बंद

बृहस्पतिवार को दिल्ली सरकार द्वारा आदेश जारी होने के बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा शुक्रवार से सर्जरी बंद कर दी गई।अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डाक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि अभी अस्पताल में प्रतिदिन 15 से 20 सर्जरी नियमित होती हैं।इसके अलावा इमरजेंसी में भी दो-चार अस्थाई सर्जरी हो जाती हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 06:45 AM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 10:22 AM (IST)
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोकनायक में नियमित व स्थाई सर्जरी बंद
दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक में नियमित और अस्थाई सर्जरी पर रोक।

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक में अब नियमित और अस्थाई सर्जरी पर रोक लगा दी गई है। बृहस्पतिवार को दिल्ली सरकार द्वारा आदेश जारी होने के बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा शुक्रवार से सर्जरी बंद कर दी गई।

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अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डाक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि अभी अस्पताल में प्रतिदिन 15 से 20 सर्जरी नियमित होती हैं। इसके अलावा इमरजेंसी में भी दो-चार अस्थाई सर्जरी हो जाती हैं। फिलहाल कोरोना संक्रमण के चलते सरकार के अगले आदेश तक इन्हें बंद कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इससे पहले अस्पताल में एक सप्ताह पहले ही ओपीडी में नए मरीजों का पंजीकरण भी बंद किया जा चुका है। जिससे अस्पताल में मरीजों की कम भीड़ जुटे।

फिलहाल फालोअप और इमरजेंसी वाले मरीजों को देखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर शुरू होने से पहले अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन करीब तीन हजार मरीज देखे जा रहे थे। अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 750 आक्सीजन बेड आरक्षित हैं इनमें से अभी 147 बेड पर कोरोना मरीज भर्ती हैं। चिकित्सा निदेशक ने यह भी बताया कि अस्पताल में अभी 50 से ज्यादा डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भी संक्रमित हो चुके हैं।

इधर, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के घर से निगम बायोमेडिकल वेस्ट (संक्रमित कचरे) को उठाकर उसका वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण कर रहा है। कोरोना के मामले बढ़ने के बाद से राजधानी पांचों स्थानीय निकायों ने यह सेवा शुरू की थी। इसमें दक्षिणी निगम ने 13 दिन में 750 किलो कूड़े का निस्तारण किया है। उन्होंने बताया कि औसतन 1300-1500 लोगों के घर से प्रतिदिन यह कचरा एकत्रित किया जा रहा है। फिर इसे निगम के ओखला स्थित कूड़े से बिजली बनाने वाले संयंत्र में निस्तारित कर दिया जाता है।

दक्षिणी निगम के महापौर मुकेश सुर्यान ने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमितों को बायोमेडिकल कूड़े का निस्तारण करने में किसी भी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़े इसके लिए दक्षिणी निगम ने सभी क्षेत्रों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं।

हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं जिन पर लोग इस कचरे के निस्तारण के लिए संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि दक्षिणी क्षेत्र के निवासी 011-40988800, पश्चिमी क्षेत्र के निवासी 011-49506548, मध्य क्षेत्र के निवासी 7290041009 और नजफगढ़ क्षेत्र के निवासी 8010863863 पर संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि हर वार्ड में इसके लिए अलग से वाहन भी लगाया गया है, जिसमें तैनात कर्मी होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की प्राप्त सूची के आधार पर घर-घर से कचरा एकत्रित करते हैं।


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