चमकेंगे दिल्ली के ये पांच बाजार, दुकानदार और खरीदारों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
Delhi Major Markets Redevelopment Plan राजधानी दिल्ली की पांच प्रमुख लोकप्रिय बाजारों के पुनर्विकास की योजना बनाई गई है। ये बाजार जल्द चमकेंगे। यहां पर दुकानदारों और खरीदरों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे इन बाजारों के दुकानदारों में विकास की नई उम्मीद जगी है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली सरकार ने पांच बाजारों के पुनर्विकास की घोषणा की है। इसमें मसाले और सूखे मेवे की बिक्री के लिए प्रसिद्ध खारी बावली से लेकर कीर्ति नगर का फर्नीचर बाजार भी शामिल है। इसी तरह परिधानों के लिए लोकप्रिय लाजपत नगर और सरोजनी नगर बाजार के साथ दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के बीच लोकप्रिय कमला नगर बाजार को शामिल किया गया है।
इससे इन बाजारों के दुकानदारों में विकास की नई उम्मीद जगी है। अन्य बाजार के दुकानदारों को भी यह संभव लगने लगा है कि आने वाले दिनों में उनके बाजारों का भी कायाकल्प होगा। खारी बावली की खासियत है कि यह मुगलकालीन बाजार सूखे मेवे, मसालों और अनाज के लिए प्रसिद्ध है। जड़ी-बुटियां भी यहां मिलती हैं। थोक और फुटकर बिक्री को लेकर यहां दिनभर खरीदारों की गहमागहमी रहती है।
पांच हजार से अधिक कारोबारी प्रतिष्ठान वाला यह बाजार ऐतिहासिक पहचान लिए हुए हैं। बताया जाता है कि पहले यहां एक बावली होती थी, जिसका पानी खारा होता था। इसलिए इस बाजार का नाम खारी बावली पड़ा। थोक बाजार होने के चलते कीमत दूसरे बाजारों के मुकाबले कम रहती है। इसलिए यह खरीदारों के बीच लोकप्रिय है।
समस्याएं- टूटे फुटपाथ, गंदगी, सीवर का बहता पानी, लटकते तार, सार्वजनिक शौचालय और पीने के पानी के अभाव के साथ अनगिनत समस्याएं हैं, जिससे निदान मिलने की उम्मीद जगी है।
दिल्ली किराना कमेटी के महासचिव ललित कुमार ने कहा कि हम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को धन्यवाद देंगे। हम बाजार के विकास के लिए सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। जो भी सहयोग चाहेंगे, वह हम करेंगे।
सरोजनी नगर बाजार की खासियत- सरोजनी नगर मार्केट में कुल 800 दुकानें हैं। यह बाजार परिधानों के लिए खरीदारों के बीच काफी लोकप्रिय है। नई दिल्ली में होने के चलते यहां दिल्ली के साथ ही एनसीआर के शहरों से हर वर्ग के लोग खरीदारी करने आते हैं। इनमें महिलाओं की संख्या अधिक होती है।
समस्याएं- मार्केट में टाइल्स टूटी हैं, बिजली के तार बेतरतीब लटके हुए हैं। अच्छे सार्वजनिक शौचालय नहीं हैं जिस कारण दुकानदारों व ग्राहकों को परेशानी होती है। लोगों के बैठने के लिए जगह नहीं है।
सरोजनी नगर मिनी मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अशोक रंधावा ने कहा कि पुनर्विकास के लिए बनाई गई समिति को सर्वे के दौरान हमने पूरी मार्केट दिखाई थी और यहां की समस्याओं को उनके सामने रखा था। हमारी मार्केट को पुनर्विकसित करने के लिए चुना गया इसके लिए हम दिल्ली सरकार और कमेटी के आभारी हैं। इससे ग्राहकों की आवक बढ़ेगी और दुकानदारों को काफी फायदा होगा।
कमला नगर- कमला नगर बाजार 72 वर्ष से ज्यादा पुराना बाजार है। इसमें करीब 1300 दुकानें हैं। इनमें छोटी दुकानों से लेकर बड़े-बड़े शोरूम हैं। हालांकि, वर्षो बाद भी बाजार में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के पास स्थित होने की वजह से यहां पर कालेजों के छात्र ज्यादा देखने को मिलते हैं। आइएएस, आइपीएस समेत अभिनेता शाह रुख खान व अमिताभ बच्चन भी कमला नगर बाजार से खरीदारी कर चुके हैं। यहां खरीदारी के लिए दिल्ली के अलावा, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल व पंजाब तक के लोग आते हैं।
समस्या: पार्किंग की समस्या के साथ ही लटकते तारों की गंभीर समस्या है। इसके अलावा सार्वजनिक शौचायल की कमी है और जो हैं उनकी भी स्थिति ठीक नहीं है।
इस पर कमला नगर ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रधान नितिन गुप्ता ने कहा कि कमला नगर मार्केट एसोसिएशन ने पुनर्विकास के लिए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को बाजार में टाइम्स स्क्वायर की तरह बड़ी स्क्रीन समेत अन्य सुझाव भेजे थे। उन्हें सुझाव काफी पसंद आए। अब कमला नगर बाजार को पुनर्विकास के लिए चुनने से बाजार के दुकानदारों व व्यापारियों की खुशी का ठिकाना नहीं है। बाजार का कायाकल्प हो जाता है तो कमला नगर का बाजार विदेशी बाजारों को टक्कर देगा।
लाजपत नगर- लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट में कुल 800 दुकानें हैं। यह खरीदारी के लिए दिल्ली-एनसीआर में मशहूर है। यहां पर हर तरह का सामान मिलता है। खासतौर पर शादी-समारोह से जुड़े सामान की खरीदारी के लिए लोग दूर-दूर से यहां पर आते हैं।
समस्या: सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां पर रेहड़ी-पटरी दुकानों पर कोई नियंत्रण नहीं है। इससे यहां आने वाले ग्राहकों के साथ ही दुकानदारों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शापकीपर्स एसोसिएशन, लाजपत नगर-2 के महासचिव पंकज संधु ने कहा कि पुनर्विकास के लिए मार्केट को चुनने के लिए दिल्ली सरकार को आभार व्यक्त करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि मार्केट के विकास में सरकार दुकानदारों के साथ बेहतर तालमेल बनाकर काम करेगी। कोरोना के कारण पिछले दो साल से दुकानदारों को जो नुकसान हुआ है, उम्मीद है कि सरकार की इस पहल से उस नुकसान की भरपाई हो जाएगी।
कीर्ति नगर- 45 वर्षो से कीर्ति नगर में फर्नीचर मार्केट स्थित है। यहां करीब पांच हजार यूनिट हैं। थोक विक्रेताओं के साथ बाजार में फर्नीचर से संबंधित हर जरूरत का सामान मिलता है। इसके अलावा लोग अपने हिसाब से भी फर्नीचर यहां पर बनवाते हैं। यह एशिया का सबसे बड़ा फर्नीचर बाजार है।
कीर्ति नगर फर्नीचर मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम कुशवाहा ने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से बाजारों के लिए किए जा रहे प्रयास से हम खुश हैं। आने वाले दिनों में यहां की तस्वीर बदलेगी और लोगों का व्यापार बढ़ेगा। बाहर से जो लोग यहां पर आने से हिचकते थे वे भी यहां खरीदारी के लिए आएंगे। इससे दिल्ली सरकार को भी राजस्व में इजाफा होगा।