पंजाब और हरियाणा में धान खरीद टलने पर अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
बृहस्पतिवार शाम को आए इस आदेश के बाद से किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है जिसमें कहा गया है कि बारिश और नमी के चलते आगा्मी 11 अक्टूबर से हरियाणा और पंजाब में धान की खरीद होगी।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। बारिश और नमी का हवाला देते हुए केंद्र सरकार ने हरियाणा और पंजाब को 11 अक्तूबर से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर धान की खरीद करने का निर्देश जारी किया है। इसके बाद से इस मुद्दे पर जमकर राजनीतिक हो रही है। इसको लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल ने पंजाब और हरियाणा के किसानों का पक्ष लेते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है- 'पंजाब के किसान बहुत परेशान हैं, केंद्र सरकार ने धान की खरीद को 10 दिन तक टाल दिया है, किसान लाखों क्विंटल धान अपने ट्रैक्टर में लेकर मंडियों के बाहर खड़ा है। सरकार से अपील है, धान की खरीद को कल से ही शुरू करवाएं। कांग्रेस सरकार भी अपने कलेश छोड़ किसानों की मदद करे।'
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार शाम को आए इस आदेश के बाद से किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है, जिसमें कहा गया है कि बारिश और नमी के चलते आगा्मी 11 अक्टूबर से हरियाणा और पंजाब में धान की खरीद होगी। इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों ने केंद्र सरकार पर हमला बोल दिया है।
इस पर जहां पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पीएम मोदी से पंजाब में धान खरीद शुरु करने की अनुमति मांगी, वहीं, केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले राकेश टिकैत अब धान की खरीद को लेकर शनिवार से पंजाब और हरियाणा में आंदोलन शुरू कर दिया है। राकेश टिकैत का कहना है कि यह आंदोलन धान खरीद होने तक जारी रहेगा।
गौरतलब है कि पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के साथ अकाली दल बादल ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रस और AAP के साथ अकाली दल बादल भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमलावर है।