अब्दुल हमीद की श्रद्धांजलि सभा में केजरीवाल ने चमकाई राजनीति, बोले- कांग्रेस कहीं नहीं है
केजरीवाल ने कहा कि अब्दुल हमीद को याद करने का सबसे बेहतरीन तरीका यही होगा कि हम इस मुल्क को एकजुट रखें। आज हम लोग अपने घरों में महफूज हैं, क्योंकि सीमा पर हर संप्रदाय का सैनिक कुर्बानी दे रहा है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। अपने मुल्क के लिए जान देने वाले शहीद परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद की शहादत दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजनीति करने से नहीं चूके। सोमवार को कांति नगर में अंजुमन इदरीसिया दिल्ली की ओर से सभा का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री पहुंचे।
हर संप्रदाय का सैनिक कुर्बानी दे रहा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब्दुल हमीद को याद करने का सबसे बेहतरीन तरीका यही होगा कि हम इस मुल्क को एकजुट रखें। आज हम लोग अपने घरों में महफूज हैं, क्योंकि सीमा पर हर संप्रदाय का सैनिक कुर्बानी दे रहा है। ये सैनिक इसलिए अपनी कुर्बानी नहीं दे रहे कि इस मुल्क में जाति और मजहब के नाम पर नफरत पैदा की जाए। इसके बाद वे शहीद की शहादत को भूलकर अपनी राजनीति चमकाने लगें।
कांग्रेस को वोट देने का मतलब वोट खराब करना
सीएम केजरीवाल ने सभा में केंद्र सरकार व कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज केंद्र में ऐसी सरकार है जो लोगों में नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है और लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है। उन्होंने मंच से आने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए वोट मांगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा को सिर्फ 'आप' हरा रही है। वोट का बंटवारा मत होने देना। कांग्रेस कहीं नहीं है। पिछले चार चुनाव उठाकर देख लो। कांग्रेस हर चुनाव में दिल्ली में तीसरे स्थान पर रहती है। कांग्रेस को वोट देने का मतलब अपना वोट खराब करना।
पिता की शहादत देश के लिए थी
कार्यक्रम में आए अब्दुल हमीद के बेटे जैनुल हसन ने कहा कि उनके पिता ने पाकिस्तान के सात टैंक नष्ट कर दिए थे। उनके पिता की शहादत देश के लिए थी। अंजुमन इदरीसिया के प्रदेश अध्यक्ष नफीस इदरीसी ने कहा कि मुस्लिम समुदाय काफी पिछड़ा हुआ है। शिक्षा ही उनका पिछड़ापन दूर कर सकती है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम युवा शहीद अब्दुल हमीद को अपना प्रेरणास्रोत बनाएं।
शहादत कभी भुलाई नहीं जा सकती
कार्यक्रम में विधायक अनिल वाजपेयी ने कहा कि देश के वीर जवानों की बदौलत ही हर भारतवासी के घर में सुख शांति है। अब्दुल हमीद की शहादत कभी भुलाई नहीं जा सकती। कार्यक्रम में पार्षद रेशमा नदीम, हयात हुसैन, इकरार, गुलफाम इदरीसी, नदीम अहमद व समीउल्लाह मौजूद रहे।