केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की हालत नाजुक, हाल जानने पहुंचे RSS प्रमुख मोहन भागवत
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में जेटली को एक्स्ट्रा-कॉरपोरियल मैम्ब्रेन ऑक्सीजेनेशन (इक्मो) पर रखा गया है। इसे हार्ट लंग मशीन भी कहते हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली की हालत नाजुक बनी हुई है। रविवार को जेटली का हाल जानने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत पहुंच।
शनिवार को भी उनसे मिलने के लिए कई केंद्रीय मंत्री, सांसद के साथ ही अन्य वीआइपी एम्स पहुंचे थे। एम्स ने 10 अगस्त के बाद कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन अस्पताल सूत्रों के अनुसार, जेटली को एक्स्ट्रा-कॉरपोरियल मैम्ब्रेन ऑक्सीजेनेशन (इक्मो) पर रखा गया है। डॉक्टरों के मुताबिक जब मरीज का फेफड़ा व हार्ट काम नहीं करता और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है तो वेंटिलेटर सपोर्ट से ज्यादा फायदा नहीं मिल पाता। ऐसे में एक्मो मशीन का सपोर्ट दिया जाता है। इसे हार्ट लंग मशीन भी कहते हैं।
Delhi: Bihar Chief Minister Nitish Kumar arrives at All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) where former Finance Minister Arun Jaitley is admitted. pic.twitter.com/QxKe83TbAa
— ANI (@ANI) August 17, 2019
जेटली का हाल जानने के लिए लोगों का एम्स पहुंचना जारी रहा। शनिवार को जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा नेता भूपेंद्र यादव, दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह, पीयूष गोयल, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, वायु सेना प्रमुख मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु ¨सघवी, ज्योतिरादित्य ¨सधिया सहित कई दिग्गज नेता एम्स पहुंचे। शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनका हाल लेने एम्स गए थे।
उल्लेखनीय है कि 66 वर्षीय जेटली को 9 अगस्त को एम्स के कार्डियक न्यूरो (सीएन) सेंटर में आइसीयू में भर्ती किया गया था। वह लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। सितंबर 2014 में उनकी बैरियाट्रिक सर्जरी हुई थी। इसके बाद पिछले साल उन्हें किडनी की परेशानी सामने आई थी। इस वजह से मई 2018 को एम्स में उनकी किडनी प्रत्यारोपण सर्जरी हुई थी। इसके कुछ महीने बाद उन्हें सॉफ्ट टिश्यू सारकोमा होने का मामला सामने आया था।