EVM पर दिल्ली से लखनऊ तक घमासान, विवाद में अन्ना हजारे भी कूदे
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि मतपत्र से मतदान और मतगणना में काफी समय लगता है। उन्होंने ईवीएम की जगह मतपत्र इस्तेमाल को पीछे की ओर लौटने वाली सोच बताया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। गोवा व पंजाब में हार से नाराज आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया और यूपी में हार से बौखलाई बसपा प्रमुख मायावती ईवीएम के विरोध में खुलकर सामने आ गए हैं। दोनों का कहना है कि ईवीएम से छेड़छाड़ गई है। केजरीवाल की मानें तो पंजाब की हार उनकी समझ से परे है। वहीं बुधवार को लखनऊ में कांशीराम की जयंती पर मायावती ने भी अपनी हार का ठीकरा ईवीएम में गड़बड़ी पर फोड़ा। मायावती ने कोर्ट में जाने और फैसला हक में न आने तक प्रत्येक माह की 11 तारीख को देशभर में विरोध- प्रदर्शन का एलान किया है।
बुधवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में केजरीवाल केंद्र सरकार पर हमलावर नजर आए। उन्होंने आरोप लगाया कि ईवीएम में आप के वोट भाजपा और अकाली दल को ट्रांसफर हुए हैं। केजरीवाल ने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस को 38.5 फीसद, अकाली को 30.6 फीसद आप और लोक इंसाफ को 24.9 फीसद वोट मिले हैं।
उन्होंने अकाली दल को मिले मत फीसद के बारे में कहा कि अकाली दल को 30 फीसद वोट कैसे मिले? जबकि उन्हें तो 5 फीसद वोट ही मिलने चाहिए थे। पंजाब के लोग अकाली दल को हराना चाहते थे। सभी पत्रकार और बुद्धिजीवी मान रहे थे कि पंजाब में दिल्ली का भी रिकॉर्ड टूटेगा।
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आप मुखिया ने निर्वाचन आयोग से वीवीपीएटी के विवरण की ईवीएम के विवरणों से मिलान करने की मांग की।आप संयोजक ने कहा कि कई देशों ने ईवीएम को बैन कर दिया है क्योंकि उन्हें भी लगा की ईवीएम से छेड़छाड़ होती है। 2014 के पहले तक भाजपा खुद ईवीएम का विरोध करती थी।
लालकृष्ण आडवाणी के बयान का लिया सहारा
लालकृष्ण आडवाणी ने भी विरोध किया था। मायावती ने तीन तलाक के मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं द्वारा भाजपा को वोट देने के प्रचार को भी षड्यंत्र बताया। उनका कहना था कि मुस्लिम महिलाएं अपने धर्म और मजहब से पहले जुड़ी हैं। उनके द्वारा भाजपा को वोट करने का सवाल नहीं है।
अन्ना हजारे बोले, बैलेट पेपर से मतदान पीछे की ओर लौटने वाली सोच
वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने ईवीएम की जगह मतपत्र इस्तेमाल की मांग को पीछे की ओर लौटने वाली सोच बताया है। उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीक में तेजी से प्रगति हो रही है लेकिन हम मतपत्र के जरिये मतदान की बात कर रहे हैं।
मतपत्र के जरिये मतदान और मतगणना में काफी समय लगता है। एक टीवी चैनल से बातचीत में हजारे ने कहा कि मतदान ईवीएम से ही कराया जाना चाहिए, लेकिन चुनाव आयोग को टोटलाइजर मशीन का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि लोगों को बूथवार मतगणना का ब्योरा न मिले।