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Delhi Murder: 'बहुत बुरा हुआ' पति अंजन दास के अंगों के मिलने पर भीड़ से कहती थी पूनम, दीपक भी होता था साथ

Anjan Das Murder Case जून के पहले सप्ताह में जब अंजन दास के शरीर के टुकड़े मिलने शुरू हुए तो पत्नी पूनम और सौतेला बेटा दीपक वहां पर जाते और भीड़ से सहानुभूति जताते थे। इस दौरान वह लगातार भीड़ के बीच ही रहते थे।

By Jagran NewsEdited By: JP YadavPublished: Wed, 30 Nov 2022 08:31 AM (IST)Updated: Wed, 30 Nov 2022 08:33 AM (IST)
Delhi Murder: 'बहुत बुरा हुआ' पति अंजन दास के अंगों के मिलने पर भीड़ से कहती थी पूनम, दीपक भी होता था साथ
अंजनदास की हत्या मे्ं आरोपित पत्नी पूनम।

नई दिल्ली, जागरण संवदाददाता। अपने ही पति की बेटे के साथ मिलकर हत्या कर शव के टुकड़े कर फेंकने वाली पूनम अंगों के मिलने पर दर्शक के रूप में भीड़ में परिवार सहित शामिल होती थी और मृतक को लेकर सहानुभूति भी जताती थी। दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूूछताछ में पूनम और दीपक ने कई चौकानें वाले बयान दिए है, जिसे सत्यापित करने के लिए जांच की जा रही है।

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पूनम और दीपक दे रहे अलग-अलग बयान

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने पूनम और दीपक को साेमवार को ही मामले में आगे की जांच के लिए पांडव नगर थाना पुलिस को सौंप दिया है। थाना पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर सात दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने चार दिन की रिमांड दी है। पूछताछ के क्रम में दीपक और पूनम अलग-अलग बयान दे रहे हैं।

भीड़ में शामिल होते थे दीपक और पूनम

पुलिस को अभी अंजन दास की हत्या में इस्तेमाल हथियार और शव अन्य हिस्सों की तलाश है। पुलिस को अंजन दास के दोनों हाथ, दोनों पैर, सिर और जांघ पहले ही मिल चुके हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में पूनम देवी कह रही है हत्या दीपक ने की जबकि दीपक कह रहा है कि मां यानी पूनम के कहने पर उसने हत्या में साथ दिया। जब स्थानीय थाना पुलिस को रामलीला ग्राउंड से अंजन के शव के टुकड़े मिलने शुरू हुए तो पूनम, दीपक और परिवार के अन्य सदस्य भीड़ में शामिल होकर मौके पर जाते थे और साहनुभूति भी जताते थे।

आरोप है कि पूनम ने अपने बेटे दीपक के साथ मिलकर ने 30 मई की रात अंजन दास को शराब में नींद की गोली मिलाकर पिला दी। उसके बेसुध होने तक इंतजार किया। जब उसे चक्कर आने लगे तो दीपक ने पीछे से आकर उलटे हाथ से अंजन दास का मुंह दबाया। इसके बाद सीधे हाथ से अंजन की गर्दन में चाकू घोंपकर छोड़ दिया। बेसुध होने के कारण अंजन विरोध नहीं कर सका। बाद में उसके गले को रेत कर अलग कर दिया। शरीर से पूरा खून निकलने तक शव को पूरी रात ऐसे ही छोड़ दिया। अगले दिन शव के टुकड़े कर उन्हें पालिथीन में रखकर तीन से चार दिन में फेंक दिए।


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