बेड, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी के बीच सीएम केजरीवाल ने कहा- अब उठा सकते हैं सख्त कदम
Delhi Lockdown Again सीएम ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन से फोन पर आक्सीजन रेमडेसिविर और टोसिलिजमैब उपलब्यध कराने और बेड बढ़ाने की मांग की। सीएम ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से कहा है कि दिल्ली के अंदर बड़ी संख्या में बेड की कमी हो रही है।
नई दिल्ली [वी के शुक्ला]। Delhi Lockdown Again: कोरोना मरीजों के लगातार बढ़ने के चलते दिल्ली में आक्सीजन, शरीर में कोरोना संक्रमण समाप्त करने की दवा रेमडेसिविर और शरीर में आंतरिक सूजन कम करने में प्रभावी टोसिलिजमैब की कमी हो गई है। इससे सरकार की चिंता बढ़ गई है। शनिवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस वार्ता कर साफ कहा कि कोरोना के केस तेजी से बढ़ने की वजह से दिल्ली में आक्सीजन, रेमडेसिविर और टोसिलिजमैब की कमी होती जा रही है।
जमाखोरों पर होगी सख्त कार्रवाई
अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि इनकी जमाखोरी और ब्लैक मार्केटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही सीएम ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन से फोन पर आक्सीजन, रेमडेसिविर और टोसिलिजमैब उपलब्यध कराने और बेड बढ़ाने की मांग की। सीएम ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से कहा है कि दिल्ली के अंदर बड़ी संख्या में बेड की कमी हो रही है।
तीसरी लहर के वक्त केंद्र ने कराया था बेड मुहैया
नवंबर के समय तीसरी लहर में केंद्र सरकार ने 4100 बेड मुहैया कराए थे। यह लहर पिछली से तीन गुणा अधिक खतरनाक है। मगर इस वक्त केंद्र ने अपने अस्पतालों में केवल 1800 के करीब बेड दिए हैं।
24 घंटे में रिपोर्ट नहीं देने वाली लैब के खिलाफ होगी कार्रवाई
इसके साथ ही उन्होंने क्षमता से अधिक सैंपल उठाने और 24 घंटे में रिपोर्ट नहीं देने वाली लैब के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की बात कही है। सीएम ने कहा कि अभी तक 24 घंटे में कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट आती थी। पिछले कुछ दिनों से टेस्ट रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन लग रहे हैं। इसका कारण कुछ लैब ने अपनी क्षमता से दो से तीन गुणा तक सैंपल उठाने शुरू कर दिए हैं। इसका गंभीर मरीजों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
जांच में देरी से हो सकती है मरीज की मौत
जांच की रिपोर्ट में देरी से गंभीर मरीज की मौत भी हो सकती है। ये लैब गंभीर मरीजों की जिंदगी के साथ खेल रहे हैं। सभी जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि उन लैब को बिल्कुल सैंपल न दिए जाएं, जो 24 घंटे के अंदर अपनी रिपोर्ट नहीं दे पा रही हैं।
कोरोना एप पर गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी
कोरोना एप पर गलत जानकारी देने और उपलब्ध होने के बावजूद बेड नहीं देने वाले अस्पतालों के खिलाफ भी अब कड़ी कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एप हम नहीं चलाते हैं। इस एप का पासवर्ड सभी अस्पतालों को दिया हुआ है। अस्पताल वाले खुद उसमें डाटा भरते हैं।
कोरोना की स्थिति और गंभीर हुई तो और भी कड़े कदम उठाएंगे
सीएम ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए हमें मजबूरी में यह वीकेंड कर्फ्यू लगाना पड़ा है। अगर स्थिति और गंभीर होती है, इसको नियंत्रित करने और लोगों की जिंदगी बचाने के लिए और भी कड़े कदम उठाएंगे। कोरोना को लेकर सीएम ने शनिवार को पहले सरकार के वरिष्ठ नौकरशाहों से बात की। इसके बाद सभी जिलाधिकारियों से बात की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। इसके बाद सीएम ने कहा कि दिल्ली में भी कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा है।
पिछले 24 घंटे में लगभग 24 हजार नए केस आए हैं। संक्रमण दर 24 फीसद से ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले हमें लगता था कि यह सारी चीजें उचित मात्रा में मौजूद हैं, लेकिन आज आक्सीजन, रेमडेसिविर और टोसिलिजमैब इन तीनों की कमी नजर आई। आक्सीजन और आइसीयू के बेड बहुत तेजी के साथ भरते जा रहे हैं।