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रेलवे का बड़ा तोहफा, इस प्रदेश की सड़कों पर चलेंगी एल्यूमीनियम से बनी ट्रेनें

एल्यूमीनियम से बनी या मेट्रो अथवा ईएमयू जैसी इन ट्रेनों में भी इंजन नहीं होता है।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 25 Dec 2017 07:00 PM (IST)Updated: Wed, 27 Dec 2017 07:22 AM (IST)
रेलवे का बड़ा तोहफा, इस प्रदेश की सड़कों पर चलेंगी एल्यूमीनियम से बनी ट्रेनें
रेलवे का बड़ा तोहफा, इस प्रदेश की सड़कों पर चलेंगी एल्यूमीनियम से बनी ट्रेनें

नई दिल्ली (आइएएनएस)। राजधानी के मार्ग पर रेलवे जल्दी ही एल्यूमीनियम से बनी रेलगाड़ियां चलाएगा। ट्रेन-20 कही जानी वाली एल्यूमीनियम-बाडीड ट्रेनसेट तेज गति से दौड़ेंगी और इसमें यात्री सुविधाएं भी बेहतर होंगी। एल्यूमीनियम से बनी या मेट्रो अथवा ईएमयू जैसी इन ट्रेनों में भी इंजन नहीं होता है।

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ये गाडि़यां न केवल हल्की होती हैं, बल्कि इनके दरवाजे भी स्वचालित होते हैं। इनमें बैठने की व्यवस्था के साथ ही शयन यान भी होंगे। एल्यूमीनियम ट्रेन सेट की अनुमानित लागत 2500 करोड़ रुपये है। चेन्नई के समीप स्थित इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री (आइसीएफ) से 2020 तक ऐसी ट्रेनें निर्मित होकर बाहर आने लगेंगी।

इन रेलगाडि़यों की रूपरेखा, विकास, निर्माण, जांच और एल्यूमीनियम ढांचे को शामिल करने के लिए प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कोच निर्माताओं से वैश्विक निविदा आमंत्रित की गई है।

आवश्यक कार्रवाई के लिए निविदाएं अगले वर्ष खोली जाएंगी। अपना नाम गोपनीय रखने की शर्त पर आइसीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है।

निविदा की शर्तों के मुताबिक, 20 डिब्बों वाली पहली रेलगाड़ी को सभी पहलुओं पर खरा उतरना चाहिए। दूसरे ट्रेन सेट के बाद निविदा करने वाला रेलगाड़ी के सभी अवयव, विद्युत, साजसज्जा की सभी सामग्री इत्यादि की आपूर्ति आइसीएफ को करेगा। ट्रेन सेट को अंतिम रूप देने के लिए जोड़ने, रंगाई और साजसज्जा का काम आइसीएफ करेगा।


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