New Delhi: दिल्ली एयरपोर्ट पर वाहनों में लगे IoT डिवाइस के कई फायदे, 23 फीसदी कम होगी ईंधन की खपत
New Delhi दिल्ली प्रशासन डायल एयरपोर्ट पर चलने वाले वाहनों में IoT डिवाइस लगा रहा है जिसकी मदद से वाहन से संबंधित सभी डाटा जैसे स्पीड ईंधन सुरक्षा नियम के उल्लंघन एसी बंद है या चालू है जैसी कई जानकारी का पता आसानी से चल सकेगा।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली एयरपोर्ट पर चलने वाले सभी तरह के वाहनों में IoT (Internet of Things) डिवाइस लगाए जा रहे हैं। बुधवार को एयरपोर्ट प्रशासन ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि ईंधन की खपत कम करने, वाहनों की सुरक्षा बढ़ाने, लोकेशन ट्रैकिंग और रखरखाव के लिए समय निर्धारित करने सहित अन्य सुविधाओं के लिए दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (DIAL) ने वाहनों में इंटरनेट ऑफ थिंग्स डिवाइस लगाने की शुरूआत कर दी है।
सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की मिलेगी जानकारी
दिल्ली एयरपोर्ट द्वारा जारी बयान में कहा गया कि दिल्ली हवाई अड्डे का स्वामित्व और प्रबंधन करने वाली डायल (DIAL) इस महीने के अंत तक अपने सभी वाहनों में आईओटी डिवाइस स्थापित करेगी। कई फेज में इस IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) डिवाइस को वाहनों में लगाया जाएगा।
एयरपोर्ट प्रशासन ने बताया कि IoT डिवाइस वाहनों द्वारा सुरक्षा नियमों का उल्लंघन होने पर संबंधित अधिकारियों को अलर्ट करेगा। इस डिवाइस के जरिए तय गति से अधिक ड्राइविंग करने और परमिट एरिया से बाहर वाहन लेकर जाने पर कंट्रोल रूम को तुरंत जानकारी मिल जाएगी।
वाहन से संबंधित सभी जानकारी देगा डिवाइस
एयरपोर्ट प्रशासन का दावा है कि यह उपकरण एयरपोर्ट बचाव और अग्निशमन (एआरएफएफ), हवाई संचालन, सुरक्षा-परियोजना और इंजीनियरिंग (पी एंड ई) टीमों द्वारा उपयोग किए जाने वाले उपयोगिता वाहनों में 23 प्रतिशत तक ईंधन बचाने में मददगार है।
यह IoT डिवाइस Artificial Intelligence और Machine Learning तकनीक की सहायता से एयरपोर्ट पर वाहनों में सिक्योरिटी बढ़ाने, प्रदूषण कम करने, वाहनों की मैनटेनेंस कम करने, रिस्पोंस टाइम सुधारने में मदद करेगा।
इतना ही नहीं, वाहनों में IoT डिवाइस लगने के बाद वाहन से संबंधित सभी डेटा जैसे समय, दूरी, वाहन में ईंधन, वाहन रूका है या चल रहा है, एसी बंद है या चालू है समेत कई जानकारी का पता आसानी से चल सकेगा।