दिवाली के एक हफ्ते बाद भी दिल्ली में हवा बेहद जहरीली, सुधार के नहीं आसार
दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को हल्की बारिश हुई और बुधवार को भी बारिश का अनुमान है। हालांकि बुरी खबर यह है कि हल्की बारिश भी प्रदूषण से कुछ खास राहत नहीं देगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिवाली के बाद दिल्ली-एनसीआर की हवा में बढ़ा प्रदूषण अब तक सुधरा नहीं है। इस बीच दिल्ली-एनसीआर में निर्माण संबंधी गतिविधियों तथा कोयले एवं बायोमास से चलने वाली औद्योगिक इकाइयों पर पिछले 12 दिनों से लगा प्रतिबंध हटा लिया गया है। अब सुबह छह से शाम छह बजे तक यह गतिविधियां संचालित की जा सकेंगी। जानकारी सामने आ रही है कि दिल्ली में मंगलवार को अधिकतर जगहों पर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) बेहद खराब है।
बताया गया है कि पराली जलाने के मामलों में 11 नवंबर को कमी है। 13-14 नवंबर को हवा बेहद खराब स्थिति में रहेगी। सफर के पूर्वानुमान के अनुसार, मंगलवार को हवा में कुछ सुधार आ सकता है, लेकिन प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में रहेगा। हालांकि प्रदूषण का स्तर पूर्वानुमान से ज्यादा है। हवाओं की स्पीड थोड़ी बढ़ेगी। नमी अधिक रहेगी। आईएमडी का पूर्वानुमान भी बहुत राहत नहीं बता रहा।
बता दें कि दिल्ली के सोनिया विहार में सुबह 9 बजे के आसपास पीएम-10 का स्तर 685 और पीएम-2.5 का स्तर 559 रहा, जो लोगों के स्वास्थ्य के मद्देनजर बेहद खराब माना जाता है। वहीं दिल्ली के लोधी रोड इलाके में पीएम-10 286 तो पीएम 2.5 373 था, जो सेहत के हानिकारक माना जाता है।
दिल्ली से सटे इलाकों में गाजियाबाद में पीएम-2.5 का स्तर 551, गुरुग्राम में 353 और फरीदाबाद में 455 रहा। कई जगहों पर तो दिल्ली से ज्यादा बुरा हाल एनसीआर के इलाकों का है। वहीं, ईपीसीए अध्यक्ष भूरेलाल ने बताया कि दिल्ली पुलिस, सफर इंडिया और मौसम विभाग ने आकलन कर सीपीसीबी की इस सिफारिश को सही नहीं बताया है। इसलिए इसे नहीं माना जा सकता।
अगले कई दिन भी आंशिक राहत के बावजूद ऐसी ही स्थिति रहने के आसार हैं। ऐसे में मंगलवार की सुबह सात बजे के बाद दिल्ली में ट्रकों का प्रवेश दोबारा रुक जाएगा।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को हल्की बारिश हुई और बुधवार को भी बारिश का अनुमान है। हालांकि बुरी खबर यह है कि हल्की बारिश भी प्रदूषण से कुछ खास राहत नहीं देगी।
दिल्ली में प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों की पराली कम जिम्मेदार
सफर एजेंसी का आकलन कहता है कि पराली का प्रदूषण दिल्ली में सोमवार को सिर्फ 7 फीसदी रहा। ऐसे में यह साफ है कि प्रदूषण की ज्यादातर वजह दिल्ली की अपनी ही हैं। पूर्वानुमानों में भी दिल्ली में हल्की बारिश की बात कही जा रही है, लेकिन प्रदूषण से बहुत अधिक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।