दिल्ली-एनसीआर में हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात, AQI पहुंचा 500 के करीब
शनिवार और रविवार को भी मध्यम से घना कोहरा होने तथा हवा की रफ्तार कम होने की संभावना है। इससे अगले दो दिन और एक्यूआइ वापस गंभीर श्रेणी में ही बना रहेगा। रविवार शाम से कुछ सुधार होना शुरू होगा। सोमवार को एक्यूआइ बहुत खराब श्रेणी में पहुंच सकता है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। जहरीली हवा के बीच दिल्ली-एनसीआर का हाल शनिवार को भी बेहाल है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता स्तर 492 पहुंच गया है। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार और रविवार को भी मध्यम से घना कोहरा होने तथा हवा की रफ्तार शांत बने रहने की संभावना है। इससे अगले दो दिन और एक्यूआइ वापस गंभीर श्रेणी में ही बना रहेगा। रविवार शाम से कुछ सुधार होना शुरू होगा। सोमवार को एक्यूआइ बहुत खराब श्रेणी में पहुंच सकता है। इससे पहले हवा की गुणवत्ता का स्तर शुक्रवार को भी बेहाल रहा। गुरुवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 429 था, जबकि शुक्रवार को इसमें 31 अंकों की वृद्धि हुई और यह 460 जा पहुंचा। गुरुग्राम को छोड़कर एनसी आर में भी सभी जगह एक्यूआइ गंभीर श्रेणी में बरकरार है। दिल्ली के ज्यादातर इलाके अभी रेड जोन में हैं। शाम छह बजे हवा में पीएम 10 की मात्रा 519 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 की मात्रा 342 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। जबकि, पीएम 10 की मात्रा 100 और पीएम 2.5 की मात्रा 60 से नीचे रहना ही सेहत के लिए ठीक माना जाता है। वायु गुणवत्ता में कमी की वजह से शुक्रवार को लोगों को सांस लेने में परेशानी के साथ-साथ आंखों में जलन और गले में दर्द की शिकायत महसूस हुई।
सफर इंडिया के मुताबिक शांत हवा और कोहरे कोहरे की वजह से प्रदूषक कणों का बिखराव धीमा हो गया है जिससे स्मॉग बन रहा है। इसके अलावा स्थानीय प्रदूषण के साथ ही दक्षिणी पश्चिमी हवा भी अपने साथ प्रदूषक कण लेकर आ रही है।
हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रेशर 20 तक रहेंगे बंद
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण की मौजूदा स्थिति को देखते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रेशर पर प्रतिबंध लगा दिया है। सीपीसीबी के अध्यक्ष शिवदास मीणा की अध्यक्षता में शुक्रवार शाम वीडियो कांफ्रेंस से हुई टास्क फोर्स की बैठक में इसका फैसला लिया गया। इसके साथ ही सभी एजेंसियों को प्रदूषण करने वाले कारकों के खिलाफ अभियान तेज करने के निर्देश दिए हैं, जिन सड़कों पर ज्यादा धूल उड़ती है, वहां मैकेनिकल स्वी¨पग और पानी का छिड़काव बढ़ाया जाएगा। निर्माण स्थलों पर उन सभी नियमों का गंभीरता से पालन किया जाएगा, जो धूल पर नियंत्रण रखने के लिए हैं। खुले में आग या औद्योगिक कचरा जलाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एनसीआर के शहरों का एक्यूआइ शहर एयर इंडेक्स
- फरीदाबाद 467
- गाजियाबाद 458
- नोएडा 475
- ग्रेटर नोएडा 464
- गुरुग्राम 367
दिल्ली के इन इलाकों की हवा गंभीर
- अशोक विहार- 476
- अलीपुर - 422
- आया नगर - 414
- मथुरा रोड- 473
- डीटीयू - 459
- द्वारका सेक्टर 8 - 484
- आइटीओ - 431
- जहांगीरपुरी- 478
- मुंडका- 492
- नरेला - 465
- नॉर्थ कैंपस - 436
- ओखला फेज 2 - 492
- पटपड़गंज - 480
- पंजाबी बाग - 453
- आर के पुरम - 480
- रोहिणी - 477
- शादीपुर - 439
यह होता स्वास्थ्य आपातकाल
एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 400 से अधिक यानी गंभीर श्रेणी में पहुंच जाता है तो उसे स्वास्थ्य आपातकाल कहा जाता है। इस स्तर की हवा स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है। इस दौरान लोगों के घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स की श्रेणी
- 0 से 50 : अच्छा
- 50 से 100 : संतोषप्रद
- 100 से 200 : सामान्य
- 200 से 300 : खराब
- 300 से 400 : बहुत खराब
- 400 से ऊपर : गंभीर
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