Delhi Air Pollution: दिल्ली-NCR में खराब श्रेणी में ही है एयर इंडेक्स, शुक्रवार को सुधार के आसार
Delhi Air Pollutionसफर इंडिया के मुताबकि हवा की गति कम होने से प्रदूषक कण वातावरण में ज्यादा ऊपर नहीं उठ पाए। इस वजह से प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। हवा तेज चलने पर धूलकण वातावरण में ज्यादा ठीक नहीं पाते इसलिए प्रदूषण का स्तर कम हो जाता है।
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। दिल्ली-एनसीआर में बृहस्पतिवार को वायु प्रदूषण से हल्की राहत है। तेज हवाओं के चलते वायु प्रदूषण कम है। बावजूद इसके दिल्ली में वायु प्रदूषण बहुत खराब स्थिति में बना हुआ है।वहीं, सफर के मुताबिक, 27 नवंबर को प्रदूषण के स्तर में थोड़ी और सुधार हो सकती है, लेकिन एयर इंडेक्स खराब श्रेणी में रहने की संभावना है।
वहीं, बुधवार को दिल्ली-एनसीआर में गुरुग्राम को छोड़कर अन्य सभी जगहों पर प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ गया है। खास तौर पर दिल्ली, गाजियाबाद व नोएडा में स्थिति ज्यादा खराब है। इन तीनों शहरों में बुधवार को हवा की गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर श्रेणी में पहुंची गई है। इसके लिए स्थानीय कारण जिम्मेदार रहे। इसमें पराली की भूमिका न के बराबर रही। हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंचने के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई। ग्रेटर नोएडा व फरीदाबाद में एयर इंडेक्स बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई। वहीं गुरुग्राम में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में बनी हुई है।
सफर इंडिया के मुताबकि हवा की गति कम होने के कारण प्रदूषक कण वातावरण में ज्यादा उपर नहीं उठ पाए। इस वजह से प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। हवा तेज चलने पर धूलकण वातावरण में ज्यादा ठीक नहीं पाते, इसलिए हवा की गति थोड़ी तेजी होने पर प्रदूषण का स्तर कम हो जाता है। पंजाब व हरियाणा में पराली जलाने की 63 घटनाएं ही सामने आईं। हवा की दिशा भी पराली का धुआं दिल्ली एनसीआर में पहुचंने के लिए अनुकूल नहीं थी। इसलिए दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण में पराली की भूमिका सिर्फ दो फीसद के आसपास रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली में बुधवार को एयर इंडेक्स 413 दर्ज किया गया। दिल्ली में एक दिन पहले एयर इंडेक्स 379 था। स्थिति यह है कि दिल्ली में मौसम विभाग के 38 में से 25 प्रदूषण निगरानी केंद्रों पर हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। जहांगीरपुरी, सोनिया विहार, बवाना, रोहिणी व अशोक विहार के इलाकों में प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा रहा।
वहीं गाजियाबाद में एयर इंडेक्स 444 दर्ज किया गया। सीपीसीबी के अनुसार 26 नवंबर को हवा की गुणवत्ता में थोड़ी सुधार हो सकती है। इसके बावजूद एयर इंडेक्स बहुत खराब श्रेणी में नीचले स्तर पर या खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है।
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