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दिल्ली बनी गैस चैंबर, NCR के शहरों गुरुग्राम-गाजियाबाद में हालात बदतर; ग्रेटर नोएडा में GRAP को दिखाया ठेंगा

दिल्ली के साथ एनसीआर (National Capital Region) के शहरों गुरुग्राम फरीदाबाद नोएडा गाजियाबाद सोनीपत और पलवल में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 02 Nov 2019 08:29 AM (IST)Updated: Sat, 02 Nov 2019 08:31 AM (IST)
दिल्ली बनी गैस चैंबर, NCR के शहरों गुरुग्राम-गाजियाबाद में हालात बदतर; ग्रेटर नोएडा में GRAP को दिखाया ठेंगा
दिल्ली बनी गैस चैंबर, NCR के शहरों गुरुग्राम-गाजियाबाद में हालात बदतर; ग्रेटर नोएडा में GRAP को दिखाया ठेंगा

नई दिल्ली/नोएडा/गाजियाबाद। दिल्ली के साथ एनसीआर (National Capital Region) के शहरों गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद, सोनीपत और पलवल में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। दिल्ली के लोधी रोड इलाके में लगातार दूसरे दिन शनिवार को पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर 500-500 रहा, तो यूपी के पड़ोसी शहर नोएडा शुक्रवार को देश का सबसे प्रदूषण शहर रहा। शनिवार को नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में कमोबेश वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) 300 और 400 के बीच बना हुआ है। इससे पहले विदेशी एजेंसी की रिपोर्ट में दिल्ली विश्व का दूसरा तो पाकिस्तान लौहार शहर दूसरे स्थान पर रहा था।

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नोएडा का सबसे प्रदूषित शहर बना

बता दें कि नोएडा शुक्रवार को देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) रात 8 बजे 512 तक पहुंच गया। सुबह से ही हवा जहरीली रही। लोग प्रदूषण के चलते घर से बाहर निकलने से बचने लगे हैं। बेहद खतरनाक होती जा रही हवा ने प्रशासनिक अफसरों की चिंता बढ़ा दी है। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने ईपीसीए के आदेश पर 5 नवंबर की सुबह तक सभी निर्माण कार्य बंद करा दिया है। वहीं, प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद भी स्कूल नहीं बंद किए गए हैं। प्रदूषण ऐसा ही रहा तो रविवार तक प्रशासन कोई फैसला ले सकता है।

दीपावली के बाद से ही शहर की हवा प्रदूषित होती जा रही है। बृहस्पतिवार को एक्यूआइ 456 पर था। शुक्रवार को एक्यूआइ में भारी वृद्धि दर्ज की गई। सुबह लोग सोकर उठे तो आंखों में जलन की समस्या का सामना करना पड़ा। आसमान में स्मॉग सुबह से ही छाया रहा और दिन में भी यह हालात बने रहे। शुक्रवार सुबह सात बजे शहर में एक्यूआइ 453 दर्ज किया गया। इसके बाद प्रदूषण में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई। सुबह 9 बजे एक्यूआइ 482, 11 बजे 490, दोपहर एक बजे 494, शाम 5 बजे 499 व रात 8 बजे तक एक्यूआइ 500 के पार पहुंच गया। सेक्टर-एक और सेक्टर-125 क्षेत्र में की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही। यहां शाम को कुछ देर के लिए एक्यूआइ 512 तक चला गया था। जिलाधिकारी ने देर रात अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी तरह के निर्माण कार्यों को आगामी 5 नवंबर की सुबह तक बंद कराने का निर्देश दिया है। डीजल से चलने वाले जेनसेट पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है।

ग्रेनो वेस्ट में सड़क निर्माण कार्य जारी
 दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू होने के बावजूद प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रेटर नोएडा में भी स्थिति लगातार गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। प्रदूषण का प्रभाव कम करने के लिए निर्माण कार्य में रोक बढ़ाकर पांच नवंबर कर दी गई है। इसके बावजूद ग्रेटर नोएडा वेस्ट में इमारतों व सड़क का निर्माण कार्य बदस्तूर जारी है। इससे आसपास की सोसायटियों में रहने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की करीब आधा दर्जन सोसायटियों में शुक्रवार को निर्माण कार्य होता रहा। जिसके बाद लोगों ने मामले की शिकायत ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण व प्रशासनिक अधिकारियों से की है। सोसायटी के लोगों का आरोप है कि प्रदूषण विभाग ने निर्माण कार्य पर रोक की एडवाइजरी जारी कर इतिश्री कर ली है।

वायु प्रदूषण फैलाने वालों पर करें कड़ी कार्रवाई: योगी 

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को हर हाल में वायु प्रदूषण कम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण फैलाने वालों पर सख्ती की जाए। स्मॉग पर अफसरों की फटकार लगाते हुए कहा कि जो उपाय समय पर अपनाने चाहिए थे, नहीं अपनाए गए। जिस स्तर के प्रयास होने चाहिए थे, नहीं हुए। प्रदेश के कई हिस्सों में पराली जलाने की घटनाएं हो रही हैं। मंडलायुक्त अपने-अपने मंडल में दैनिक समीक्षा करें। किसानों के साथ गोष्ठी कर उन्हें जागरूक किया जाए। लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में पिछले कुछ दिनों से छाए स्मॉग को देखते हुए मुख्यमंत्री ने शुक्रवार रात वायु प्रदूषण के मसले पर अफसरों की बैठक बुलाई थी।

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