वायु प्रदूषण से गर्भ में पल रहे शिशु को खतरा, बचने के लिए अपनाएं ये तरीके
गर्भवती महिलाओं को सुबह की सैर से बचना चाहिए। जब वायु प्रदूषण की मात्रा ज्यादा हो तो घर के अंदर ही रहना चाहिए।
गुरुग्राम [जेएनएन]। शहर में पिछले कई दिनों से वायु प्रदूषण की मात्रा 400 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ज्यादा है। डॉक्टरों का कहना है कि लगातार वायु प्रदूषण का स्तर ज्यादा दिन रहने से गर्भ में पल रहे शिशुओं के लिए खतरनाक हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि मां से गर्भ में बच्चे ऑक्सीजन व खाना लेते हैं। अगर सांस के द्वारा जहरीली वायु अंदर जाएगी तो गर्भ में बच्चे को सांस लेने के लिए जहरीली वायु मिलेगी।
जहरीली वायु से गर्भ में शिशुओं को नुकसान
महिला रोग विशेषज्ञ व डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर नीलम थापर ने बताया कि वायु प्रदूषण से गर्भ में बच्चे के ग्रोथ पर असर पड़ता है। इसके अलावा मां को खांसी व अन्य बीमारी होने का डर बना रहता है। ज्यादातर महिलाएं इसकी चपेट में आ ही जाती हैं, लेकिन यह तभी होता है, जब लगातार वायु प्रदूषण का स्तर ज्यादा बना होता है।
घर के अंदर रहना बेहतर है
गर्भवती महिलाओं को ऐसे मौसम में सुबह की सैर से बचना चाहिए। जब वायु प्रदूषण की मात्रा ज्यादा हो तो घर के अंदर ही रहना चाहिए। जब तक वायु प्रदूषण ज्यादा रहे, ऐसी जगह रहने का प्रबंध करना चाहिए जहां पर वायु स्वच्छ हो।
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