कई गुना बढ़ा प्रदूषण, नवंबर के शुरू होते ही दिल्लीवासियों की सांसों पर फिर आफत
दिवाली से पहले ही कुछ जगहों पर पीएम 10 का स्तर सामान्य से 9 गुना और पीएम 2.5 का स्तर सामान्य से 11 गुना से अधिक पहुंच गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। नवंबर के शुरू होते ही दिल्लीवासियों की सांसों पर फिर आफत आ गई। आलम यह है कि दिवाली से पहले ही कुछ जगहों पर पीएम 10 का स्तर सामान्य से 9 गुना और पीएम 2.5 का स्तर सामान्य से 11 गुना से अधिक पहुंच गया है। सफर इंडिया के पूर्वानुमान की माने तो अगले तीन दिनों तक प्रदूषण का स्तर अब लगातार खराब होगा। चूंकि पंजाब और हरियाणा की पराली का प्रदूषण दिल्ली में बहुत अधिक नहीं पहुंच रहा है, इसलिए स्थिति खतरनाक होने की संभावना नहीं है।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अनुसार वजीरपुर में शाम 7 बजे पीएम 10 का स्तर 991 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा, जबकि पीएम 2.5 का स्तर यहा 704 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा। यह सामान्य से 9 और 11 गुना से भी ज्यादा है। इसके अलावा नेहरू नगर में पीएम 2.5 का स्तर 449 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एयर बुलेटिन के अनुसार बृहस्पतिवार को दिल्ली का एयर इडेक्स 393 रहा। यह खतरनाक स्तर से महज 7 प्वाइंट्स नीचे था। भिवाड़ी में एयर इंडेक्स 296, फरीदाबाद में 407, गाजियाबाद में 377, गुरुग्राम में 427 और नोएडा में 407 रहा।
दिल्ली-एनसीआर के एक से डेढ़ दर्जन क्षेत्र ऐसे भी हैं, जहां एयर इंडेक्स 400 से अधिक यानी खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। वजीरपुर में एयर इंडेक्स सबसे अधिक 450 दर्ज हुआ।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। इसी वजह से इस बार प्रदूषण में पराली के धुएं का योगदान भी कम है।
अगले दो दिनों में भी पराली की वजह से दिल्ली-एनसीआर में सिर्फ 10 फीसद तक ही प्रदूषण होगा। लेकिन, हवाओं की कम गति से प्रदूषक तत्व जमे रहेंगे। इससे प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब ही रहेगी। शनिवार को प्रदूषण में मामूली सुधार हो सकता है।