'कचरा समाधान महोत्सव' में निकला समाधान, वाहनों पर लगा एयर फिल्टर दूर करेगा प्रदूषण
कचरा समाधान महोत्सव में फरीदाबाद की मानव रचना यूनिवर्सिटी के एक स्टार्टअप वायु प्रदूषण का समाधान प्रदर्शित किया है।
गाजियाबाद [जेएनएन]। पूरा देश प्रदूषण की जद में है। दिल्ली-एनसीआर में इसका प्रकोप ज्यादा है। बात करें गाजियाबाद की तो प्रदूषण के मामले में यह शहर देश में अव्वल है। हाल में आइआइटी रुड़की यह पुष्ट कर चुकी है कि पीएम 10 सबसे ज्यादा प्रदूषणकारी तत्व है। इस पर नियंत्रण पाने की जरूरत है।
कचरा समाधान महोत्सव में फरीदाबाद की मानव रचना यूनिवर्सिटी के एक स्टार्टअप ने इसका समाधान प्रदर्शित किया। उन्होंने मैकेनिकल एयर फिल्टर बनाया है। जिसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट, ऑटो और कार की छत पर लगाया जाता है।
स्वच्छ होगी हवा
इस यंत्र से हवा पार होगी। उस हवा में पीएम 2.5 से भी छोटे प्रदूषकारी कण फिल्टर फैब्रिक में रुक जाएंगे और हवा स्वच्छ होकर बाहर चली जाएगी। इससे पर्यावरण को स्वच्छ रखने में आसानी होगी। इस यंत्र को डिजाइन करते वक्त एयरो डायनामिक्स के मानकों का ध्यान रखा गया है। जहां-जहां यंत्र लगे वाहन जाएंगे। वहां की हवा स्वच्छ होती जाएगी।
वर्टिकल गार्डनिंग के लिए किया प्रेरित
फलोरिकल्चर सोसायटी ऑफ गाजियाबाद ने पर्यावरण स्वच्छ बनाने के लिए महोत्सव में लोगों को वर्टिकल गार्डनिंग के गुर सिखाए। उन्होंने बताया कि ऐसा करने में ज्यादा लागत नहीं आती। कोल्ड ड्रिंक की बोतलों को काट कर उसे बांस के फ्रेम पर अटैच कर पौधे लगाए जा सकते हैं। यह उन घरों के लिए अच्छा है जहां कच्ची जगह नहीं है या फिर वह छोटे हैं। इस फ्रेम को दीवार पर भी लटकाया जा सकता है।
बैंड ने जमाया रंग
धारावी रॉक बैंड ने महोत्सव के दूसरे दिन भी रंग जमाया। कबाड़ से बने वाद्य यंत्रो से सुरों की ऐसी तान छेड़ी कि हर कोई झूमने लगा। बैंड ने गीत के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक किया। बैंड के आठ सदस्यों में हर्षवर्धन करानवे, संदीप कुचिकोर्वे, शंकर तलगुड़ी, विजय अशोक शिंदे, कलाई वानन कानन, बैंजमिन आनंद यंगल, बालाजी देवेंद्र और सुधाकर नायडू शामिल थे।
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