राजेंद्र नगर विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अब निगम चुनाव को लेकर दबाव बनाने की तैयारी में आम आदमी पार्टी
निगम को लेकर कुछ और बदलाव भी किए गए थे। केंद्र सरकार ने निगम के गठन के तहत वार्ड पुनर्गठन की प्रक्रिया एक साल के अंदर पूरी कर निगम चुनाव कराने की बात कही थी। लेकिन आप को भरोसा नहीं है कि निगम चुनाव बताए गए समय पर होंगे।
नई दिल्ली [वी.के. शुक्ला]। राजेंद्र नगर विधानसभा उपचुनाव में दमदार जीत हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) नगर निगम चुनाव कराने को लेकर भाजपा और केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति बनाएगी। इसके लिए जनता को साथ लेकर जनजागरूकता अभियान चलाकर लोगों में संदेश दिया जाएगा कि निगम चुनाव शीघ्र होने चाहिए। साथ ही चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक कार्यकर्ताओं को भी जल्द बैठक कर संदेश दिया जाएगा कि वे अपनी तैयारी जारी रखें। आप इसकी पक्षधर रही है कि दिल्ली में समय पर नगर निगम चुनाव हों।
पार्टी इस रणनीति के तहत काम कर रही थी कि अप्रैल 2022 में समय पर चुनाव होंगे, लेकिन ऐन मौके पर चुनाव टल गए थे। उस समय चुनाव की तिथि की घोषणा के लिए प्रेसवार्ता भी बुला ली गई थी, लेकिन प्रेसवार्ता में बताया गया था कि अब चुनाव नहीं होंगे। इसके बाद केंद्र सरकार ने संसद में विधेयक लाकर दिल्ली के तीनों नगर निगम को एक कर दिया था।
निगम को लेकर कुछ और बदलाव भी किए गए थे। उस समय केंद्र सरकार ने निगम के गठन के तहत वार्ड पुनर्गठन की प्रक्रिया एक साल के अंदर पूरी कर निगम चुनाव कराने की बात कही थी। लेकिन, आप को भरोसा नहीं है कि निगम चुनाव बताए गए समय पर होंगे।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि इस बात की पूरी संभावना है कि बताए गए समय के आने पर चुनाव न कराए जाने का केंद्र सरकार कोई और बहाना बनाएगी। इसे लेकर आप सजग है और पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे जनता के साथ जुड़ाव जारी रखें, उनके सुख-दुख में शामिल हों और उनकी समस्याएं हल कराएं।
उन्होंने बताया कि जल्द ही निगम चुनाव को लेकर पार्टी की ओर से बैठक की योजना बनाई जाएगी जिसमें कुछ अहम मामलों पर फैसला लिया जाएगा। पार्टी निगम चुनाव कराने की मांग को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाने पर भी विचार कर रही है। जनता को साथ लेकर अभियान के तहत जनता से संवाद किया जाएगा कि निगम चुनाव क्यों जरूरी है।