तांत्रिक क्रिया के बाद घरेलू सहायिका को निर्वस्त्र कर पीटा, पुलिस ने महिला को किया गिरफ्तार
सजा के तौर पर घर में काम करने वाले अन्य सहायकों के सामने परिवार ने निर्वस्त्र कर पीड़िता को कमरे में बंद कर दिया।महिला ने चूहे मारने की दवा खा ली।हालत बिगड़ने पर आरोपित परिवार ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां से मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
नई दिल्ली [अरविंद द्विवेदी]। तांत्रिक क्रिया के बाद एक परिवार ने अपने घर में काम करने वाली घरेलू सहायिका को निर्वस्त्र कर बंधक बनाया और उसकी जमकर पिटाई की। आरोपितों ने घर में 10 माह पहले हुई चोरी का पता लगाने के लिए तांत्रिक को बुलाया था। तांत्रिक क्रिया के बाद तांत्रिक ने पीड़ित महिला को चोरी के लिए दोषी ठहराया था, जिसके बाद आरोपितों ने महिला की पिटाई की।
सजा के तौर पर परिवार ने किया निर्वस्त्र
सजा के तौर पर घर में काम करने वाले अन्य घरेलू सहायकों के सामने परिवार ने निर्वस्त्र कर पीड़िता को कमरे में बंद कर दिया। प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने चूहे मारने की दवा खा ली। हालत बिगड़ने पर आरोपित परिवार ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां से मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मैदानगढ़ी थाना पुलिस ने पीड़ित महिला के बयान पर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपित महिला सीमा खातून (28) को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है।
गहने चोरी का पता लगाने के लिए बुलाई तांत्रिक
पुलिस के अनुसार, 43 वर्षीय पीड़िता अपने परिवार के साथ अंसल विला, सतबड़ी स्थित एक कोठी में रहती है। यहां वह पिछले दो साल से घरेलू सहायिका है। इसी कोठी में करीब 10 माह पहले मालकिन गुलरेज के गहने चोरी हो गए थे। गुलरेज को घरेलू सहायकों पर शक था। नौ अगस्त को मालकिन ने एक तांत्रिक को बुलाया। तांत्रिक ने क्रिया शुरू की और मालकिन को चावल और चूना देकर सभी घरेलू सहायकों को खिलाने के लिए बोला।
पता लगते ही शुरू किया पीटना
तांत्रिक ने कहा कि इसे खाने के बाद जिसका मुंह लाल हो जाएगा वही चोर होगा। चावल खाने के बाद पीड़िता का मुंह लाल हो गया। इसके बाद मालकिन ने उसे पीटना शुरू कर दिया। निर्वस्त्र कर उसे एक कमरे में 24 घंटे से ज्यादा बंधक बनाकर पीटा। पीड़िता ने 10 अगस्त की शाम को आरोपियों से शौच करने के बहाने अपने कपड़े मांगे और बाथरूम में गई।
चूहे की दवा खा कर की आत्महत्या की कोशिश
वहां उसने चूहे मारने की दवा खा ली। तबीयत खराब होने पर उसने बताया कि उसने परेशान होकर आत्महत्या करने के लिए जहर खाया है। इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने होश में आने पर पीड़िता के बयान लिए और 11 अगस्त को केस दर्ज कर लिया।
पुलिस पर लगा सही जांच नहीं करने का आरोप
पीड़िता के परिजनों ने पुलिस पर हल्की धाराओं में केस दर्ज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपितों ने महिला को निर्वस्त्र कर बंधक बनाया जिसके चलते उसने आत्महत्या का प्रयास किया। पुलिस को आरोपितों पर आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा और निर्वस्त्र कर बंधक बनाने की धारा भी लगानी चाहिए थी। लेकिन पुलिस ने केवल मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया।