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जल्दी से अमीर बनने की चाहत ने तिफल को बनाया मैकेनिक से ड्रग्स तस्कर, कारों का है शौकीन

ड्रग्स तस्करों में तिफल की अय्याशी के किस्से भी बेहद आम हैं। दो पत्नियों के अलावा उसकी एक प्रेमिका भी है।

By Edited By: Published: Sat, 27 Jul 2019 09:32 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jul 2019 10:59 AM (IST)
जल्दी से अमीर बनने की चाहत ने तिफल को बनाया मैकेनिक से ड्रग्स तस्कर, कारों का है शौकीन
जल्दी से अमीर बनने की चाहत ने तिफल को बनाया मैकेनिक से ड्रग्स तस्कर, कारों का है शौकीन

नई दिल्ली[ संतोष शर्मा]। अफगानिस्तान से भारत में की जा रही हेरोइन की तस्करी में दिल्ली गिरोह का सरगना तिफल नाउ खेज अति महत्वाकांक्षी होने के साथ ही खासा शौकीन भी है। गत पांच वर्ष में उसने हेरोइन की तस्करी में करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित की है। तेज रफ्तार कारों के शौकीन तिफल की तमन्ना भारत में हेरोइन तस्करों का बादशाह बनने के बाद विश्व के ड्रग्स तस्करों का सरताज बनने की थी। जल्द ही वह दिल्ली छोड़कर तुर्की में बसना चाहता था, क्योंकि तुर्की से यूरोपियन देशों में पैठ बनाना ज्यादा आसान है।

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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अफगान से की जा रही हेरोइन की तस्करी के मामले में बृहस्पतिवार को दिल्ली के हेरोइन तस्कर गिरोह के सरगना तिफल नाउ खेज के अलावा अफगानी तस्कर अहमद शाह आलोकोजई को गिरफ्तार किया था। उनकी निशानदेही पर नवी मुंबई से 130 किलो हेरोइन बरामद की गई थी। पिछले कुछ दिनों में पांच अफगानी तस्करों सहित आठ लोगों से 330 किलो हेरोइन बरामद की जा चुकी है।

तिफल दिल्ली में अफगानी गिरोह का मुखिया है। उसने जाकिर नगर इलाके में हेरोइन की प्रोसेसिंग यूनिट लगा रखी थी। स्पेशल सेल के अधिकारियों के मुताबिक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर निवासी तिफल नाउ खेज बचपन में ही दिल्ली आ गया था। यहां आकर 10 वर्ष की उम्र में ही वह मैकेनिक का काम करने लगा। पांच वर्ष बाद उसने आटो रिक्शा चलाना शुरू कर दिया था। काम में फंस जाने के कारण तिफल शिक्षा ग्रहण नहीं कर सका। लेकिन, अमीर बनने की चाहत में वह किसी भी हद तक जाने को तैयार था।

कारोबार में भी आजमाया हाथ
इसी क्रम में उसने रियल एस्टेट, कॉस्मेटिक, वस्त्र व्यवसाय सहित भवन निर्माण सामग्री के व्यापार में भी हाथ आजमाया। इसी बीच उसने स्थानीय तस्करों के साथ मिलकर ड्रग्स की तस्करी शुरू कर दी। तस्करी के एक मामले में वर्ष 2013 में पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। उसी समय अमृतसर जेल में उसने भारत में सक्रिय ड्रग्स तस्करों की जानकारी जुटाई। इसके बाद जेल से बाहर आते ही मजबूत नेटवर्क खड़ा कर लिया। उसे जब पता चला कि भारत में मुख्य रूप से अफगान और पाकिस्तान के तस्करों द्वारा हेरोइन खपाई जाती है, तो उसने इन दोनों देशों के तस्करों से संपर्क बढ़ाना शुरू कर दिया। इसी बीच उसकी पहचान अफगानी ड्रग्स तस्करों के सरगना हाजी से हुई। हाजी की मदद से वह अफगानी और भारत के हेरोइन तस्करों के बीच संपर्क का प्रमुख माध्यम बन गया।

दो पत्नियों के साथ ही एक प्रेमिका भी है
पुलिस अधिकारी ने बताया ड्रग्स तस्करों में तिफल की अय्याशी के किस्से भी बेहद आम हैं। दो पत्नियों के अलावा उसकी एक प्रेमिका भी है। दोनों पत्नियों से उसे पांच बेटियां हैं। उसके दो भाई पहले से ही दुबई में रह रहे हैं।

आतंकी साजिश की आशंका, इंटरपोल व सीबीआइ की मदद ले सकती है पुलिस
ड्रग्स तस्करी के तीन बड़े मामलों में अफगानिस्तान और भारत के हेरोइन तस्करों का गठजोड़ सामने आया है। इसके चलते पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते भारी मात्रा में हेरोइन भारत में लाई जा रही है। पुलिस जांच में हेरोइन तस्करी में एक तालिबानी नेता के शामिल होने की बात भी सामने आ रही है। इससे सुरक्षा एजेंसियां सकते में है।

जांच एजेंसियों को शक है कि यह किसी आतंकी गिरोह अथवा देश भारतीय नौजवानों को ड्रग्स की लत से बर्बाद करने की साजिश भी हो सकती है। लिहाज इसकी विस्तृत जांच और कार्रवाई के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अब इंटरपोल और सीबीआइ की मदद लेने की सोच रही है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक भारत में पहली बार इतनी भारी मात्रा में हेरोइन पकड़ी गई है।

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