Move to Jagran APP

इस दुकान से कभी एक्टर सैफ अली खान खरीदते थे गाने की कैसेट, आज बिक रहा मास्क-सैनिटाइजर

दुकान मालिक दिनेश अरोड़ा का कहना है कि चूंकि लॉकडाउन के बाद लोगों की मांग भी बदली है। लोग वही चीज खरीदने को तरजीह दे रहे हैं जिसकी जरूरत हो।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 10:35 AM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 10:45 AM (IST)
इस दुकान से कभी एक्टर सैफ अली खान खरीदते थे गाने की कैसेट, आज बिक रहा मास्क-सैनिटाइजर
इस दुकान से कभी एक्टर सैफ अली खान खरीदते थे गाने की कैसेट, आज बिक रहा मास्क-सैनिटाइजर

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। किसी ने सही कहा है कि जमाना उसकी नहीं सुनता जो समय के साथ नहीं चलता है। इस समय मांग कोरोना से बचने की सामग्री की है। मेडिकल स्टोर पर यह वस्तुएं आसानी से मिल जाती है, लेकिन, खान मार्केट में 40 वर्ष पुरानी रेडियो की दुकान पर मास्क और सैनिटाइजर के साथ कोरोना से बचने के लिए उपयोग होने वाले गैजेट मिले तो चकित होना स्वाभाविक है। पर यह बाजार में बने रहने और निर्बाध व्यापार के लिए सही युक्ति है। मास्क और सैनिटाइजर के अलावा दुकान पर ऑटोमैटिक इलेक्ट्रानिक सैनिटाइजर और मोबाइल सैनिटाइजर भी है।

loksabha election banner

खान मार्केट में स्थित मर्करी ऑडियो वीडियो दुकान के संचालक दिनेश अरोड़ा वैसे भी बाजार की समझ के पुराने खिलाड़ी हैं। वह बताते हैं कि दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने के बाद उन्होंने कुछ साल पहले मास्क बेचना शुरू किया था। चूंकि कोरोना में अब मांग सैनिटाइजर और इससे जुड़े उपकरणों की हैं तो इसलिए मांग के आधार पर इन उत्पादों को भी बेचना शुरू कर दिया। इसलिए उन्होंने दुकान में मास्क और सैनिटाइजर के साथ इलेक्ट्रॉनिक सैनिटाइजर, फॉग मिस्ट स्पेयर (रूम सैनिटाइजर) रख रहे हैं।

दिनेश अरोड़ा का कहना है कि चूंकि लॉकडाउन के बाद लोगों की मांग भी बदली है। लोग वही चीज खरीदने को तरजीह दे रहे हैं जिसकी जरूरत हो। उन्होंने बताया वह समय के साथ अपने व्यापार को बढ़ा और बदल रहे हैं । वर्ष 1976 में उन्होंने यहां पर ड्राईक्लीन की दुकान खोली थी, लेकिन जैसे ही रेडियो की मांग बढ़ने लगी तो उन्होंने इस दुकान रेडियो और फिर बाद में वीडियो लाइब्रेरी, फिर वीसीआर, एलईडी, आईपोड को अब मोबाइल और गेम्स की बिक्री की जाती है। मास्क व सैनिटाइजर बेचने का उद्देश्य ग्राहकों की मांग को पूरा करना है। उनकी इस दुकान पर कई पूर्व और वर्तमान केंद्रीय मंत्री अक्सर खरीदादारी के लिए आते हैं। वहीं सेफअली खान भी यहां पर वीडियो कैसेट किराये पर लेने आया करते थे।

कैरोके और वीडियो गेम्स की बढ़ी है मांग

लॉकडाउन में छूट के बाद जैसे ही दुकाने खुली है तो बाजार में बच्चों के वीडियों गेम्स और कैरोके की मांग बढ़ी है। दिनेश अरोड़ा ने बताया कि लॉकडाउन में चूंकि बच्चे घर में हैं और वह बाहर खेलने नहीं जा पा रहे है। इसके लिए अब लोग वीडियो गेम्स खरीदने आ रहे हैं। साथ ही घर में समय बिताने के लिए लोग कैरोके भी खरीद रहे हैं।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.