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यमुना प्राधिकरण का चला हथौड़ा, गौर समेत 17 बिल्डरों की परियोजनाएं रद

यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण ने बड़े स्तर पर बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेपी, गौर, अजनारा समेत 17 बिल्डर प्रोजेक्ट के बिल्डिंग प्लान को रद कर दिया है।

By Amit MishraEdited By: Published: Wed, 19 Apr 2017 06:39 PM (IST)Updated: Thu, 20 Apr 2017 03:27 PM (IST)
यमुना प्राधिकरण का चला हथौड़ा, गौर समेत 17 बिल्डरों की परियोजनाएं रद
यमुना प्राधिकरण का चला हथौड़ा, गौर समेत 17 बिल्डरों की परियोजनाएं रद

नोएडा [जेएनएन]। यूपी में निजाम बदलते ही इसका असर भी दिखना शुरू हो गया है। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण ने बड़े स्तर पर बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेपी, गौर, अजनारा समेत 17 बिल्डर प्रोजेक्ट के बिल्डिंग प्लान को रद कर दिया है।

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यमुना एक्सप्रेस-वे डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने 6 बिल्डर्स को तगड़ा झटका देते हुए 17 ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को रद कर दिया है। ले-आउट अप्रूवल ना लेने की वजह से हुई इस कार्रवाई से सैकड़ों बायर्स भी फंस गए हैं, जो इन प्रोजेक्ट्स में निवेश कर चुके हैं। जिन बिल्डर्स के प्रोजेक्ट रद किए गए हैं, उनमें जेपी, गौर सन्स प्राइवेट लिमिटेड, वीजीए डिवलेपर्स, अजनारा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, ओरिस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, अरबेनिया प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।

बिल्डरों का मौके पर हुआ निर्माण कार्य अब अवैध माना जाएगा। साथ ही बिल्डिंग प्लान का नक्शा प्राधिकरण से मंजूर होने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा। इसके लिए बिल्डरों को अब नए सिरे से बिल्डिंग प्लान का नक्शा मंजूर करने के लिए आवेदन करना होगा। 

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गौरतलब है कि जेपी समूह को 168 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे बनाने की एवज में निर्माण शर्तों के अनुसार नोएडा से लेकर आगरा तक पांच जगहों पर पांच-पांच सौ हेक्टेयर जमीन दी गई थी। समूह ने दनकौर के पास मिली जमीन में से कुछ हिस्से गौर सन्स प्राइवेट लिमिटेड, वीजीए डिवलेपर्स, अजनारा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, ओरिस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, अरबेनिया प्राइवेट लिमिटेड को बेच दी। वहीं, बाकी जगह पर कमर्शल और रेजिडेंशल प्रोजेक्ट लॉन्च किए।

इन बिल्डर्स ने ले-आउट पास नहीं कराया था। अब यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी ने इन प्रोजेक्ट्स को रद कर दिया है। गौर सन्स के सेक्टर-19, जेपी ग्रुप के सेक्टर-25, अजनारा के सेक्टर-22ए, ओरिस के सेक्टर-22 डी और अरबेनिया के सेक्टर-25 एसडीजेड में सैकड़ों बायर्स फ्लैट और प्लॉट की बुकिंग करा चुके हैं। वहीं, इससे पहले जेपी ग्रुप के पांच प्रोजेक्ट के ले-आउट रिजेक्ट किए जा चुके हैं। इन प्रोजेक्ट में फंसे बायर्स ने जेपी समूह के अधिकारियों के खिलाफ दनकौर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई हुई है।

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बिल्डरों ने सत्ता तक अपनी पहुंच का इस्तेमाल कर बिल्डिंग प्लान का नक्शा मंजूर न होने की परवाह नहीं की। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने इन बिल्डरों की फाइल को तलब किया और बिल्डिंग प्लान का नक्शा मंजूर न होने पर आवेदन रद कर दिया। 

रद हुए प्रोजेक्ट 

गौर सन्स सेक्टर 19 ग्रुप हाउसिंग, जेपीएसआई सेक्टर 25 ग्रुप हाउसिंग, जेपीएसआई सेक्टर 25 ग्रुप हाउसिंग, जेपीएसआई इंफ्राटेक सेक्टर 25 ग्रुप हाउसिंग, जेपीएसआईसेक्टर 25 ग्रुप हाउसिंग, ऑरिस इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर 22 डी टाउनशिप, वीजीए डिवेलपर्स सेक्टर 25 ग्रुप हाउसिंग, गौर सन्स सेक्टर 19, अजनारा इंडिया सेक्टर 22 ए ग्रुप हाउसिंग, उरबानिया सेक्टर 25 ग्रुप हाउसिंग, जेपीएसआई इंफ्राटेक सेक्टर 19 कमर्शल, जेपीएसआई इंफ्राटेक सेक्टर 19 ग्रुप हाउसिंग, जेपीएसआई इंफ्राटेक सेक्टर 19 कमर्शल, जेपीएसआई इंफ्राटेक सेक्टर 22बी ऐंड सी ग्रुप हाउसिंग।


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