देशद्रोह के आरोपियों के खिलाफ दाखिल हो चार्जशीट: एबीवीपी
जेएनयू में एबीवीपी के अध्यक्ष ललित पांडेय ने कहा कि देशविरोधी गतिविधि में कन्हैया, उमर, अनिर्बान मौजूद थे। कन्हैया ने नेतृत्व करते हुए भाषण दिया और छात्रों को उकसाने का प्रयास किया।
नई दिल्ली [जेएनएन]। जेएनयू में गत वर्ष नौ फरवरी को देशविरोधी घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने कड़ी सुरक्षा के बीच आइटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में डीयू छात्रसंघ के पूर्व तीन अध्यक्ष भी शामिल हुए। एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक साकेत बहुगुणा ने कहा कि दिल्ली पुलिस लापरवाही बरत रही है। आखिर क्या कारण है कि एक साल से अधिक समय हो जाने के बाद भी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है। मीडिया कह रही है कन्हैया कुमार के आवाज के नमूने फेल पाए गए। नमूने फेल होने के बावजूद पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते।
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जेएनयू में एबीवीपी के अध्यक्ष ललित पांडेय ने कहा कि देशविरोधी गतिविधि में कन्हैया, उमर, अनिर्बान मौजूद थे। कन्हैया ने नेतृत्व करते हुए भाषण दिया और छात्रों को उकसाने का प्रयास किया फिर भी पुलिस आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं कर रही है।
एबीवीपी के प्रदेश मंत्री भरत खटाना ने कहा कि हम आजाद देश के नागरिक हैं फिर भी लोग एक विशेष मंशा के तहत आजादी मांग रहे है। वामपंथी विचारधारा से प्रभावित होकर छात्रों को भड़का रहे हैं। जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष अमित तंवर ने कहा कि डीयू पठन-पाठन की जगह है, लेकिन यहां वामपंथी लोगों ने उत्पात मचा रखा है। देशद्रोह के आरोपी कैंपस में अपनी बात रख रहे हैं और उनका विरोध नहीं हो रहा है। उन्हें सलाखों के पीछे रखना चाहिए, लेकिन पुलिस ऐसा करने में नाकाम रही है।
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जेएनयू में एबीवीपी के नेता और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व संयुक्त सचिव सौरभ कुमार शर्मा ने कहा कि जेएनयू में एबीवीपी ने देशद्रोह के आरोपियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और आज भी आवाज उठा रहे हैं। हम मांग करते हैं कि दिल्ली पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करे। प्रदर्शन में डीयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अमित तंवर, मोहित नागर और सत्येंद्र अवाना भी शामिल हुए।