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Corona Fighters: पढ़िए कैसे आरुषि कुकरेजा ने दी कोरोना को मात, अब दूसरों को दे रहीं हौसला

आरुषी को बुखार आया लेकिन फिल्म डायरेक्टर रोहित शेट्टी का कोरोना पर एक वीडियो देखा तो उन्होंने तुरंत अपने परिवार को इसकी जानकारी दी और उन्‍हें कोरोना बीमारी निकल गई।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 18 Apr 2020 04:26 PM (IST)Updated: Sat, 18 Apr 2020 04:38 PM (IST)
Corona Fighters: पढ़िए कैसे आरुषि कुकरेजा ने दी कोरोना को मात, अब दूसरों को दे रहीं हौसला
Corona Fighters: पढ़िए कैसे आरुषि कुकरेजा ने दी कोरोना को मात, अब दूसरों को दे रहीं हौसला

नई दिल्ली (अंकुर अग्निहोत्री)। कोरोना से जहां पूरे देश ही नहीं दुनिया में दहशत का माहौल है वैसे में कोई शख्‍स अगर कोरोना जैसी गंभीर बीमारी को मात देकर सशुकल वापस अपने घर की दहलीज पर कदम रखता है तो यकीन मानिए यह बहुत की राहत और सुकून देने वाला पल होता है। आइए जानते हैं एक एेसे ही शख्‍स की कहानी जिसने अपने हौसले के दम से कोरोना को हराया और दूसरों के लिए भी मिसाल बनीं।

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हौसले से दी कोरोना को मात

वो कहते हैं न कि यदि इंसान ठान ले तो क्या नहीं कर सकता है। यहां तक की मौत को भी मात दे सकता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है त्रिनगर आरुषि कुकरेजा ने। आरुषि ने कोरोना को मात दी है। अपना अनुभव साझा करते हुए आरुषि ने बताया कि कुछ रिश्तेदार इटली से उनके घर आए थे। किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं थे। सबकुछ अच्छा चल रहा था, लेकिन दो मार्च को उन्हें बुखार आ गया। उस समय मुश्किल से तीन लोग ही पूरे देश में कोरोना से संक्रमित थे।

रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही सहम गई थी आरुषि

आरुषी को लगा कि सामान्य बुखार है, लेकिन तभी टीवी पर फिल्म डायरेक्टर रोहित शेट्टी का कोरोना पर एक वीडियो देखा तो उन्होंने तुरंत अपने परिवार को इसकी जानकारी दी। इसके बाद चार मार्च को आरुषि अपने परिवार के साथ टेस्ट कराने आरएलएम अस्पताल पहुंची। पांच मार्च उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। यह जानकर आरुषि थोड़ा सहम गईं।

एक एक दिन काटना मुश्‍किल था मगर धैर्य नहीं खोया

थोड़ी देर बाद एक एंबुलेंस आई और उन्हें सफदरगंज अस्पताल ले गई। वहां उनका 14 दिन इलाज चला। इस अवधि में एक कमरे में ही रहीं। चिकित्सकीय टीम के अलावा किसी का चेहरा तक नहीं देखा। एक-एक मिनट काटना मुश्किल होता था, लेकिन इच्छाशक्ति और स्वास्थ्य व्यवस्थाएं अच्छी होने की वजह से उन्हें ठीक होने की पूरी उम्मीद थी। उन्हें 20 मार्च को अस्पताल से डिसचार्ज कर दिया गया। अब आरुषि पूरी तरह से ठीक हैं और परिवार के साथ खुश हैं।

लोगों से की अपील

आरुषि ने लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस से घबराने की कतई जरूरत नहीं है। सावधानी बरतें और बेवजह इस वायरस के लिए घबराहट का माहौल न बनाएं। रोज योग करें। शारीरिक दूरी का ध्यान रखें और लॉकडाउन का पालन करते हुए अनावश्यक रूप से घर के बाहर न निकलें।

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