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Delhi: दिल्ली सरकार का एलजी पर पलटवार, कहा- शिक्षकों का न बनाएं मजाक; CM केजरीवाल और सिसोदिया ने कही ये बात

Delhi LG vs CM दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए जाने के बाद शनिवार को दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी (AAP) ने एलजी पर करारा पलटवार किया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर एलजी पर निशाना साधा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पत्र लिखकर एलजी को घेरा।

By V K ShuklaEdited By: GeetarjunPublished: Sat, 21 Jan 2023 11:37 PM (IST)Updated: Sat, 21 Jan 2023 11:37 PM (IST)
Delhi: दिल्ली सरकार का एलजी पर पलटवार, कहा- शिक्षकों का न बनाएं मजाक; CM केजरीवाल और सिसोदिया ने कही ये बात
दिल्ली सरकार का एलजी पर पलटवार, कहा- शिक्षकों का न बनाएं मजाक

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए जाने के बाद शनिवार को दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी (AAP) ने एलजी पर करारा पलटवार किया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर एलजी पर निशाना साधा, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पत्र लिखकर एलजी को घेरा तो आम आदमी पार्टी के चार नेताओं ने प्रेसवार्ता कर एलजी पर निशाना साधा।

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सिसोदिया ने कहा कि एलजी साहब ने कल एक पत्र में दिल्ली के शिक्षा विभाग पर कई झूठे आरोप लगाये थे, मैंने उनके पत्र का जवाब देते हुए अनुरोध किया है शिक्षकों के काम का मखौल न उड़ाएं। दिल्ली के शिक्षकों ने कमाल करके दिखाया है। वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिसोदिया के पत्र को रि-ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के शिक्षक, छात्र और अभिभावकों ने मिलकर पिछले सात सालों में कड़ी मेहनत करके शिक्षा व्यवस्था को सुधारा है।

अपमान करने की बजाय बढ़ाएं हौसला

एलजी साहब को उनका अपमान करने की बजाय उनका हौसला बढ़ाना चाहिए। उपराज्यपाल द्वारा सरकारी स्कूलों पर टिप्पणी करने पर सिसोदिया ने लिखे पत्र में कड़ी प्रतिक्रिया के साथ कहा कि एलजी साहब ने गलत आंकड़ा दिया है कि सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या 16 लाख से घटकर 15 लाख रह गई है, जबकि सच्चाई यह है कि 2015 में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी, उस समय दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 14.66 लाख बच्चे थे जो बढ़कर अब 18 लाख हो गए हैं।

दिल्ली सरकार स्कूलों के लिए किया है काम

उन्होंने कहा कि 2015 से पहले सरकारी स्कूल टेंट वाले स्कूल के नाम से मशहूर थे। पहले 75-80 फीसद बच्चे ही 50-60 प्रतिशत नंबर के साथ पास होते थे, हमारी सरकार आने के बाद 99.6 प्रतिशत तक बच्चे 95 से 100 फीसद नंबर के साथ पास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र व एलजी के तमाम अड़चनों के बाद भी पिछले सात साल में दिल्ली की शिक्षा में ये सारे काम हुए हैं। अगर ये अड़चनें न लगाई जाती तो और अच्छा काम होता।

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सरकारी स्कूल देश की शान

सरकारी स्कूलों में आए सुधारों की बदौलत आज शिक्षा में देश का नाम आगे बढ़ रहा है। दिल्ली के सरकारी स्कूल आज देश की शान हैं। इन्हें बदनाम करने के लिए आप जब झूठे तथ्यों का सहारा लेते हैं तो आपको यह शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि संविधान में एलजी की जिम्मेदारी कानून व्यवस्था ठीक करना है।

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एलजी कानून व्यवस्था ठीक करें और हमें शिक्षा व्यवस्था ठीक करने दें। उन्होंने पत्र में कहा कि आज दिल्ली के 18 लाख बच्चे, उनके 36 लाख माता पिता और हमारे सरकारी स्कूलों के 60 हजार शिक्षक अपने स्कूल पर गर्व महसूस करते हैं। इतना सब होने के बावजूद जब दिल्ली के उपराज्यपाल राजनीतिक मंशा से अपने पत्र में लिखते हैं कि दिल्ली के शिक्षा विभाग में कोई काम नहीं हुआ तो यह उन लाखों बच्चों, उनके माता-पिता और शिक्षकों का अपमान है।वहीं इस मुद्दे पर आप के चार नेताओ राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, आप विधायक आतिशी, दिलीप पांडेय व सौरभ भारद्वाज ने अलग अलग प्रेसवार्ता कर एलजी को घेरा।


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