लोकसभा चुनाव पर AAP की नजर, नियुक्त किए पांच नए राष्ट्रीय संयुक्त सचिव
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार को लेकर गुरुवार को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार से परहेज नहीं है। केवल तरीके में फर्क है।
नई दिल्ली, एजेंसी। आम आदमी पार्टी (आप) आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई है। गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आप ने पांच राष्ट्रीय संयुक्त सचिव नियुक्त किए। सुधीर वघानी, उमेश मकवाना, हेमंत खावा, भूपत भयानी और पंकज सिंह को आप का राष्ट्रीय संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया।
सुधीर वघानी, उमेश मकवाना, हेमंत खावा और भूपत भयानी गुजरात से आप विधायक हैं, जबकि पंकज सिंह मध्य प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष हैं। यह घटनाक्रम इस साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आया है।
गौरतलब है कि समाजसेवी अन्ना हजारे द्वारा साल 2011 में लोकपाल आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी की वर्तमान में दो राज्यों दिल्ली और पंजाब में सरकार है। आप ने पिछले साल गुजरात में भी पूरी विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी को सफलता नहीं मिली।
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार को लेकर गुरुवार को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार से परहेज नहीं है। केवल तरीके में फर्क है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पीएम का मानना है कि भ्रष्टाचार तो करो, लेकिन उनकी पार्टी में आकर करो।
जंतर-मंतर पर प्रधानमंत्री के खिलाफ पार्टी के अभियान का आगाज कर जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज देश में भ्रष्टाचार बहुत बढ़ गया है। प्रधानमंत्री ने लालकिले से कहा था, मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ूंगा। जनता को बहुत अच्छा लगा था। अगले ही दिन कांग्रेस के एक बड़े नेता के घर सीबीआइ के छापे पड़े और बेहिसाब नकदी मिली। उसके अगले दिन वह नेता प्रधानमंत्री के चरणों में गिर गया और उसके अगले दिन भाजपा में शामिल हो गया। उसके सारे केस बंद कर दिए।
तृणमूल कांग्रेस के एक बड़े नेता के घर ईडी-सीबीआइ के छापे पड़े और बेहिसाब नकदी मिली। बाद में उसने भी भाजपा ज्वाइन कर ली और उसके सारे केस बंद कर दिए गए। जनसभा में दिल्ली-पंजाब समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। पार्टी ने यह भी एलान किया कि 30 मार्च को देश के कोने-कोने में प्रधानमंत्री को हटाने की आवाज उठाई जाएगी।