दिल्ली में सड़क पर मदद की गुहार लगाता दौड़ता रहा चाकू से घायल युवक, नहीं पसीजा किसी का दिल
आफिस से घर जा रहे युवक के पेट पर आरोपितों ने कई वार किए और उसका बैग लूट कर फरार हो गए। हमले में घायल युवक मदद की गुहार लगाता हुआ बीच सड़क पर दौड़ता रहा लेकिन उसे मदद नहीं मिली।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सरिता विहार थाने के पास सरेशाम लूट का विरोध करने पर कुछ बदमाशों ने युवक को चाकू मारकर घायल कर दिया। आफिस से घर जा रहे युवक के पेट पर आरोपितों ने कई वार किए और उसका बैग लूट कर फरार हो गए। हमले में घायल युवक मदद की गुहार लगाता हुआ बीच सड़क पर दौड़ता रहा, लेकिन उसे मदद नहीं मिली।
घटना 20 मार्च की शाम की है। गंभीर रूप से घायल युवक को देखकर एक निजी कंपनी के डिलीवरी ब्वाय ने अस्पताल पहुंचाया और मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल के बयान पर केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायल शब्बीर परिवार के साथ द्वारका में रहता है। पीड़ित शब्बीर ने बताया कि सरिता विहार मेट्रो स्टेशन के पास माल निर्माण का काम चल रहा है। यहां से रेलवे लाइन से जाने का रास्ता बना हुआ है। शब्बीर शनिवार शाम को अपने घर लौट रहा था। रेलवे लाइन के पास कुछ युवकों ने उसे घेर लिया और उसका बैग छीनने लगे। शब्बीर ने लूटपाट का विरोध किया तो युवकों ने उसे चाकू मार दिया और उसका बैग लेकर फरार हो गए।
चार साल से तांत्रिक के संपर्क में थी बच्चे की हत्यारोपित महिला
वहीं, बुद्ध विहार इलाके में शनिवार को संतान प्राप्ति के लिए तीन वर्षीय मासूम बच्चे की हत्या के मामले में पुलिस अब उस तांत्रिक की भूमिका की जांच कर रही है, जिसने आरोपित नीलम गुप्ता को बच्चे की बलि देने की सलाह दी थी। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महिला चार साल पहले हरदोई स्थित अपने गांव में तांत्रिक से मिली थी। वहीं पर तांत्रिक ने कहा था कि बच्चे की बलि देने से ही उसको गर्भ धारण होगा।
अब पुलिस यह पता लगा रही है कि आरोपित महिला इन चार साल में उस तांत्रिक से मिली थी या नहीं। पुलिस अधिकारी का कहना है कि बच्चे की हत्या में सिर्फ महिला का ही हाथ है महिला के परिवार के अन्य सदस्यों की भूमिका अब तक की जांच में सामने नहीं आई है। वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपित महिला तांत्रिक के बारे में अधिक जानकारी नहीं दे पा रही है। उसने बताया कि शादी के कई वर्ष बीत जाने के बाद भी उसे गर्भ धारण नहीं हो रहा था। उसने बताया कि समाज के ताने के कारण वह गर्भ धारण करने के लिए बहुत दबाव में थी।