खूबसूरत युवतियों की मदद से विदेशी ने 100 लोगों को लगाया चूना, यूं हुआ खुलासा
मिट्ठन ने 70 हजार रुपये विदेशी युवती के खाते में भेज दिए। अलग-अलग बहाने से युवती ने एक लाख 55 हजार रुपये की ठगी कर ली।
नोएडा (जेएनएन)। स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ ने 100 लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले अफ्रीकी मूल के नागरिक को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान पता चला है कि आरोपी भारत के 100 लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। उसके गिरोह में महिला मित्र व कई अन्य लोग भी शामिल है।
आरोपी एयरपोर्ट पर कस्टम ड्यूटी व विदेशी करेंसी बदलने के नाम पर ठगी करते थे। आरोपी की पहचान नाइजीरिया के रहने वाले फ्रेंक के नाम पर हुई है। वह ठगी के दौरान नोएडा-ग्रेटर नोएडा में कई ठिकाने बदल चुका था। वर्तमान में वह दिल्ली में रह रहा था।
राजस्थान के रहने वाले 45 वर्षीय मिट्ठन लाल ग्वाला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी दोस्ती फेसबुक पर एक विदेशी युवती से हुई थी।
युवती ने बताया था कि वह सोने का व्यापार करती है और अपने व्यापार को भारत में स्थापित करना चाहती है। यह सुनकर मिट्ठन लाल ग्वाला ने हां कर दी।
बीते तीन अगस्त को विदेशी युवती ने फोन कर मिट्ठन से कहा कि वह मुंबई एयरपोर्ट पर है और उसके पास दो लाख से अधिक का इलेक्ट्रानिक सामान है, इसलिए कस्टम विभाग वाले उसको जाने नहीं दे रहे है और 70 हजार की कस्टम ड्यूटी भारतीय रुपये में मांग रहे है।
यह सुनकर मिट्ठन ने 70 हजार रुपये विदेशी युवती के खाते में भेज दिए। अलग-अलग बहाने से युवती ने एक लाख 55 हजार रुपये की ठगी कर ली।
आरोपी ने मिट्ठन को एक करोड़ तीस हजार का चेक विदेशी करेंसी में देने का झांसा दिया। कुछ देर बाद जिन-जिन नंबरों से पीड़ित के पास फोन आए, सभी बंद हो गए।
इसके बाद पीड़ित को अहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हुई है। मामले की जांच शुरू हुई तो पता चला कि जिस नंबर से पीड़ित को फोन किए गए वो उन्नाव व रायबरेली के है।
शासन से यूपी एसटीएफ को मामले की जांच में लगाया गया। एसटीएफ ने बुधवार शाम ठगी के आरोप में विदेशी नागरिक फ्रेंक को गिरफ्तार किया है। ठगी में शामिल महिला अभी फरार है।
नार्थ ईस्ट से मिलते जुलते बताते थे नाम
आरोपी से पूछताछ में पता चला है कि आरोपी गिरोह के लोग हमेशा भारत के नार्थ ईस्ट लोगों से मिलता जुलता नाम रखते थे, जिससे कि किसी को उन पर शक न हो। इसके अलावा आरोपी फेसबुक से मेसेंजर काल करते थे। आरोपियों ने भारतीय युवतियों को भी नौकरी पर रखा हुआ था।