हरियाणा के प्राइवेट पैथ लैब में 600 रुपये में ही होगी डेंगू व चिकनगुनिया की जांच
अगर कोई ज्यादा पैसे लेता है तो मरीज उसकी शिकायत सिविल सर्जन कार्यालय में कर सकता है जिस पर कार्रवाई की जाएगी।
गुरुग्राम (जेएनएन)। प्रदेश सरकार ने प्रदेश में दो वर्ष पहले डेंगू व चिकनगुनिया, मलेरिया के मरीजों की जांच के लिए जो आदेश लागू किए थे, वो इस वर्ष भी लागू रहेंगे। सरकार ने प्रदेश में आदेश दिए थे कि प्राइवेट पैथ लैब 600 रुपये फीस में जांच करेंगे। वो इस वर्ष भी लागू रहेंगे। इसमें पैथलैब के अलावा बड़े- बड़े अस्पतालों में भी यह आदेश लागू रहेंगे।
स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों का कहना है कि यह बीमारियां इस मौसम और बरसात के मौसम में होती है और मरीजों की संख्या कई गुणा बढ़ जाती है। इस के लिए कोई भी प्राइवेट अस्पताल मरीजों को ज्यादा पैसे या मनमानी तरीके से पैथ लैब जांच की फीस नहीं ले सकता। इसके लिए सभी अस्पतालों को अपने गेट पर बोर्ड लगाना होगा कि डेंगू व मलेरिया मरीज की जांच 600 रुपये में की जाएगी।
दरअसल शहर के प्राइवेट अस्पताल मनमाने तरीके से पैसे वसूलने से रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने दो वर्ष पहले यह नियम लागू किए थे और इस वर्ष भी इन नियमों को प्राइवेट लैबों पर लागू रहेंगे। इस संबंध में डीजी हेल्थ के आदेश आ चुके हैं और सोमवार को शहर के सभी प्राइवेट अस्पताल व लैब मालिकों सूचना भेजी जाएगी।
सिविल सर्जन डॉ. बीके राजौरा के मुताबिक, इस वर्ष भी सभी लैब डेंगू व चिकनगुनिया की जांच के 600 रुपये में करेंगी। अगर कोई ज्यादा पैसे लेता है तो मरीज उसकी शिकायत सिविल सर्जन कार्यालय में कर सकता है जिस पर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में सभी प्राइवेट लैब व अस्पतालों को रिमाइंडर भेजा जा रहा है।