दो ट्रकों में भरकर 60 मजदूरों को ले रहे थे बिहार, चेकिंग में पकड़े गए दोनों ट्रक ड्राइवर
सख्ती के बावजूद देर रात दो ट्रक ड्राइवर 60 मजदूरों को गोपनीय तरीके से ट्रकों में छिपा उन्हें बिहार छोडऩे ले जा रहे थे। ड्राइवरों ने उनसे प्रति व्यक्ति 2000-2000 रुपये वसूले थे।
नई दिल्ली (राकेश कुमार सिंह)। लॉकडाउन के दौरान रविवार को जहां गृहमंत्रालय के निर्देश पर पूरी दिल्ली को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। सख्ती के बावजूद देर रात दो ट्रक ड्राइवर 60 मजदूरों को गोपनीय तरीके से ट्रकों में छिपा उन्हें बिहार छोडऩे ले जा रहे थे। ड्राइवरों ने उनसे प्रति व्यक्ति 2000-2000 यानी 1.20 लाख रुपये बतौर किराया वसूले। शकूरपुर मेट्रो के पास नेताजी सुभाष प्लेस थाना पुलिस ने ट्रकों की तलाशी के दौरान इन्हें धर दबोचा।
दोनों ट्रक हुए जब्त
दोनों के खिलाफ थाना पुलिस ने सरकारी आदेश का उल्लंघन करने समेत मोटर वाहन अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों ट्रकों को जब्त कर लिया है। मजदूरों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उन्हें अपनी गाडिय़ों में बैठा उनके घरों तक छोड़ दिया।
जांच के दौरा हुआ खुलासा
जानकारी के मुताबिक रविवार देर रात करीब दो बजे नेताजी सुभाष प्लेस थाने के थानाध्यक्ष अमित कुमार रिंग रोड पर शकूरपुर मेट्रो स्टेशन के पास पिकेट लगा वाहनों की जांच कर रहे थे। तभी एक के बाद एक दो ट्रकों को आते देख पुलिसकर्मियों ने जब उसे रोककर ड्राइवरों से पूछताछ की तो पहले तो उन्होंने गुमराह करने की कोशिश की। शक होने पर ट्रकों की तलाशी लेने पर एक में 32 व दूसरे में 28 मजदूर मिले। बंद बॉडी वाले दोनों ट्रकों में मजदूरों को नीचे बैठाया गया था। उन्हें चुपचाप शांत बैठने की हिदायत दी गई थी।
बंद थे सभी के मोबाइल
सभी के मोबाइल फोन को बंद करा दिया गया था ताकि सड़कों पर गश्त रहे पुलिसकर्मियों को उनमें मजदूर होने का शक न हो। पूछताछ में मजदूरों ने बताया कि उन्हें बिहार के बेगूसराय पहुंचाने के एवज में प्रति व्यक्ति 2000-2000 रुपये वसूले गए। एक ट्रक लारेंस रोड व दूसरा कीर्ति नगर की तरफ से आया था। दोनों ट्रक दिल्ली नंबर के हैं। पुलिस अब ट्रकों के मालिकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने पर विचार कर रही है। दोनों को नोटिस भेजकर जांच में शामिल होने को कहा गया है। ट्रकों में सवार सभी मजदूर उत्तर-पश्चिम जिले के विभिन्न इलाकों के रहते हैं।
लॉकडाउन का सख्ती से हो रहा पालन
ज्ञात रहे कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री ने जब गत दिनों पूरे देश में लॉकडाउन की घोषण की तब पांच-छह दिनों तक तो लोगों ने सख्ती से पालन किया। 27 मार्च की शाम अचानक हजारों की संख्या में लोग अपने-अपने घर जाने के लिए पूरे परिवार के साथ सड़कों पर उतर आए। इससे पूरी दिल्ली ही नहीं बल्कि एनसीआर में दो दिनों तक अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया।
छावनी में तब्दील हुई दिल्ली
हालात को देखते हुए रविवार को गृहमंत्रालय ने जब पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव को लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए तब दिल्ली को रविवार सुबह 11 बजते ही छावनी में तब्दील कर दिया गया। दोपहर एक बजे तक पूरी दिल्ली में हर एक किलोमीटर पर पिकेट लगाकर लोगों के आवागमन को रोकने की कोशिश शुरू कर दी गई। रात भर में हालात पर पूरी तरह काबू पा लिया गया।