दिल्ली के होटल में गुंडागर्दीः तीन विदेशी युवतियों के भारत आने का रहस्य बरकरार
तीनों युवतियों के बारे में जांच के दौरान यह पता चला है वे पार्टी करने के लिए सिर्फ वीकेंड पर दिल्ली आती हैं और रविवार सुबह अपने देश रवाना हो जाती हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के होटल हयात में पिस्टल लहराने वाले आरोपित आशीष से हुई पूछताछ में भी अभी तक यह बात पूरी तरह से साफ नहीं हो सकी है कि हयात होटल में हंगामे के दौरान उसके साथ मौजूद तीन विदेशी युवतियां दिल्ली क्यों आई थीं। उनके बारे में अभी यह पता चला है वे पार्टी करने के लिए सिर्फ वीकेंड पर दिल्ली आती हैं और रविवार सुबह अपने देश रवाना हो जाती हैं। वीकेंड पर बिजनेस के सिलसिले में आने की भी बात भी कही जा रही है। इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। आखिर पार्टी करने के लिए दिल्ली आने-जाने में इतना खर्च क्यों? ऐसा कौन सा बिजनेस है, जो सिर्फ वीकेंड पर होता है? दिन में बिजनेस और फिर देर रात तक पार्टी कैसे संभव है? युवतियों से पूछताछ के बाद भी इस मामले की और परतें खुलेंगी। पुलिस मामले में कई तरह के कयास लगा रही है। डीसीपी का कहना है कि केस के मामले में अभी तो नहीं, लेकिन कुछ समय बाद युवतियों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। इससे पता लग सकेगा कि वास्तव में इस घटनाक्रम में युवतियों की क्या भूमिका थी। युवतियां दुबई, रूस और उजबेकिस्तान की रहने वाली हैं।
UP-नेपाल में ढूंढ़ती रही पुलिस, दिल्ली में ही छिपा था आशीष
होटल हयात में पिस्टल लहराने वाले आरोपित आशीष पांडेय को दिल्ली पुलिस उत्तर प्रदेश के कई जिलों में खोजती रही और उसने बृहस्पतिवार सुबह अपना एक वीडियो वायरल करने के बाद दिल्ली में कोर्ट में सरेंडर कर दिया। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आशीष दिल्ली छोड़कर गया ही नहीं था। वह दक्षिणी दिल्ली के सैनिक फार्म क्षेत्र में था और वहीं से सीधे कोर्ट पहुंचा।
पुलिस की चार टीमें उत्तर प्रदेश के लखनऊ, अंबेडकर नगर और बस्ती व सुल्तानपुर में मंगलवार व बुधवार को पूरी रात छापेमारी करती रहीं, लेकिन आशीष उनके हाथ नहीं लगा। पुलिस टीमों को उस समय निराशा हाथ लगी, जब आशीष ने गुरुवार सुबह दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
सूत्रों का कहना है कि पुलिस को इस बात की भनक लग चुकी थी कि आशीष गुरुवार की सुबह कोर्ट में सरेंडर करेगा। बावजूद पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट और उसके आसपास के क्षेत्र में अपने खुफिया तंत्र को सक्रिय नहीं किया।
आशीष की जो बीएमडब्ल्यू कार लखनऊ से बरामद हुई है, उसे वह वहां लेकर नहीं गया था। आशीष के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया जा चुका था, ऐसे में उसके हवाई मार्ग से दिल्ली तक पहुंचने की कोई संभावना नहीं थी।
वहीं बुधवार देर रात तक जब पुलिस उसे लखनऊ में ढूंढ़ रही थी, तो वह किस रास्ते से दिल्ली पहुंच गया। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आशीष दिल्ली छोड़कर गया ही नहीं था।
मामला सोशल मीडिया के जरिये सार्वजनिक होने के बाद उसने अपनी कार और मोबाइल फोन को किसी के माध्यम से दिल्ली से बाहर भेजा, जिससे उसे सरेंडर करने में आसानी हो और पुलिस का ध्यान भटके। पुलिस अधिकारी उससे पूछताछ करने का प्रयास कर रहे हैं कि घटना के बाद वह कहां और किसके संपर्क में रहा।
आशीष पांडेय ने अपने दोस्तों से वाट्सएप ग्रुप पर गलती मानी है। वहीं, एक वीडियो में उसने अपना पक्ष भी रखा है। यह वीडियो वाट्सएप ग्रुप द्वारा मीडिया तक उसके सरेंडर करने से कुछ देर पहले पहुंचाया गया है। आशीष पांडेय ने दोस्तों को भेजे मैसेज में लिखा, ‘दोस्तों मेरा एक वीडियो वायरल हुआ है, यह गलती थी। मैंने गलती की है, इसके लिए मैं माफी मांगता हूं, इस समय मुङो आप सब की जरूरत है, मेरी मदद करें और इस वीडियो को वायरल न होने दें। मुझे खेद है कि मैंने सबको निराश किया और खुद को भी। कृपया मेरी मदद करें।’
वीडियो में उसने कहा, ‘मैं इस घटना से इन्कार नहीं कर रहा हूं, घटना की जानकारी मुझे तीन-चार दिन बाद हुई थी। घटना को सिर्फ एक पक्ष के समर्थन में दिखाया जा रहा है। जब मैं गाड़ी से निकला तो सुरक्षा के लिए लाइसेंसी पिस्टल हाथ में थी, लेकिन न उसे दिखाया और न उस पर तानी है। मेरा हथियार मेरे पीछे पैर के पास था। मैंने उस लड़की से बात तक नहीं की, उससे मुखातिब नहीं हुआ। उसके दोस्त ने मुङो उल्टी-सीधी बातें बोलीं, ये सारी चीजें मैं पुलिस को बयान में बताऊंगा।