कोहरे का कहर : विमान यात्राएं प्रभावित, 17 ट्रेनें चल रहीं लेट; सड़कों पर वाहन चालकों हो रही दिक्कत
शुक्रवार की सुबह एयरपोर्ट पर दृश्यता का स्तर 50 मीटर के करीब पहुंच गया था। इसकी वजह से जहां आइजीआइ से आने और जाने वाली 19 उड़ानें रद की गईं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। ठंड के साथ ही राजधानी दिल्ली और एनसीआर में कोहरे का असर बढ़ता जा रहा है। इसकी वजह से आइजीआइ एयरपोर्ट पर विमान सेवाएं चरमराने लगी हैं। कोहरे के चलते मध्यरात्रि में 46 विमानों का परिचालन डायवर्ट किया गया। वहीं, 17 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। वहीं, शनिवार सुबह से दिल्ली के साथ ग्रेटर नोएडा, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत में कोहरे से लोगों को परेशानी पेश आई।
इससे पहले शुक्रवार की सुबह एयरपोर्ट पर दृश्यता का स्तर 50 मीटर के करीब पहुंच गया था। इसकी वजह से जहां आइजीआइ से आने और जाने वाली 19 उड़ानें रद की गईं। वहीं, 250 विमानों का संचालन देरी से हुआ। उधर खराब मौसम और कोहरे के कारण दिल्ली आ रही पांच उड़ानों को डायवर्ट कर अन्य एयरपोर्ट पर उतारा गया। उड़ानों की लेटलतीफी से विमान यात्री खासे परेशान हुए।
बृहस्पतिवार को राजधानी दिल्ली में पहली बार घना कोहरे छाया था। इसकी वजह से और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के कारण आइजीआइ एयरपोर्ट से संचालित 25 उड़ानें रद की गई थीं और 25 को रिशेड्यूल किया गया था। जबकि 200 उड़ानों देरी से उड़ी और उतरी थीं। एयरपोर्ट मौसम विभाग के मुताबिक बृहस्पतिवार आधी रात बाद से ही एयरपोर्ट पर घना कोहरा छाना शुरू हो गया था। कोहरे के कारण सुबह 5.30 बजे तक दृश्यता का स्तर 50 मीटर तक पहुंच गया था। लिहाजा कैट-3बी तकनीक से उड़ानों का संचालन शुरू किया गया। इस दौरान जिन उड़ानों के पायलट कैट-3बी तकनीक से प्रशिक्षित नहीं थे उनके अलावा अन्य 19 उड़ानों को रद किया गया। इनमें 11 जाने और 9 आने वाली थीं। जबकि दिल्ली आ रही पांच उड़ानों को जयपुर व लखनऊ एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट किया गया। एयरपोर्ट पर सुबह 8.30 बजे दृश्यता 250 और 11.30 बजे 400 मीटर थी। इससे 250 उड़ानें आधे से दो घंटे की देरी से उड़ीं और उतरीं। दोपहर 12 बजे के बाद एयरपोर्ट पर सामान्य तौर पर उड़ानों का संचालन हो सका। प्रभावित उड़ानों में ज्यादातर अमृतसर, देहरादून, जम्मू, गोवा, पटना और बंगलुरू, कोलकाता के अलावा मिलान व दुबई की कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी थीं।
रेल यात्रियों पर भी पड़ रहा असर 13 घंटे तक की देरी से पहुंची ट्रेनें
उधर, रेल यात्रियों पर कोहरे की मार पड़ने लगी है। शुक्रवार को एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनें एक घंटे से ज्यादा देरी से राजधानी के अलग-अलग स्टेशनों पर पहुंची। वहीं, नौ ट्रेनों के प्रस्थान समय में बदलाव करना पड़ा। सबसे ज्यादा महाकौशल एक्सप्रेस 13 घंटे की देरी से हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पहुंची। विलंब से आने के कारण यह ढाई घंटे की देरी से रवाना हुई। सचखंड एक्सप्रेस भी लगभग साढ़े आठ घंटे की देरी से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंची। ठंड बढ़ने के साथ ही कोहरे का प्रकोप भी बढ़ रहा है। सुबह और देर रात को कोहरे की वजह से ट्रेनों की आवाजाही भी बाधित हो रही है। ट्रेनें देरी से गंतव्य पर पहुंच रही हैं जिस वजह से कई ट्रेनों के प्रस्थान समय में भी बदलाव करना पड़ा। शुक्रवार को जीटी एक्सप्रेस साढ़े पांच घंटे, महाबोधि एक्सप्रेस साढ़े तीन घंटे, विक्रमशिला एक्सप्रेस तीन घंटे, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ढाई घंटे और कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस दो घंटे की देरी से राजधानी स्थित रेलवे स्टेशनों पर पहुंची।
यह ट्रेनें शुक्रवार को देरी से रवाना हो सकीं
- सिकंदराबाद दूरंतो एक्सप्रेस-3.20 घंटे
- गोमती एक्सप्रेस-3.05 घंटे
- श्रीगंगानगर इंटर सिटी एक्सप्रेस-3.05 घंटे
- आगरा इंटरसिटी एक्सप्रेस-2.55 घंटे
- नई दिल्ली-जालंधर सिटी एक्सप्रेस-2.45 घंटे
- हजरत निजामुद्दीन-भुसावल एक्सप्रेस-2.40 घंटे
- महाकौशल एक्सप्रेस-ढाई घंटे
- ताज एक्सप्रेस-2.05 घंटे
- आनंद विहार-कामाख्या एक्सप्रेस-2.05 घंटे