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42 फीसद दिल्लीवासियों का मासिक खर्च 10 हजार रुपये से भी कम

सर्वेक्षण को दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने नवंबर 2018 से नवंबर 2019 के दौरान किया।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 12:17 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 12:17 PM (IST)
42 फीसद दिल्लीवासियों का मासिक खर्च 10 हजार रुपये से भी कम
42 फीसद दिल्लीवासियों का मासिक खर्च 10 हजार रुपये से भी कम

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। यूं तो दिल्ली प्रति व्यक्ति आय के मामले में देश में सबसे आगे मानी जाती है। इसके बावजूद यहां पर 42.59 फीसद लोग ऐसे हैं, जिनका मासिक खर्च 10 हजार रुपये से कम है। वहीं 10 से 25 हजार रुपये खर्च करने वाले लोगों की संख्या 47.31 फीसद है। 25 से 50 हजार खर्च करने वाले 8.44 फीसद हैं। 1.66 फीसद ऐसे लोग हैं, जो 50 हजार रुपये से अधिक खर्च करते हैं। ये तथ्य सामने आए हैं दिल्ली की सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में। इस सर्वेक्षण को दिल्ली सरकार ने नवंबर 2018 से नवंबर 2019 के दौरान किया। सोमवार को यह दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में सदन पटल पर रखा गया। इस सर्वेक्षण में और भी चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली में आज भी करीब एक फीसद लोग खुले में शौच करते हैं।

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32.38 फीसद आबादी आज भी किराये के घर में

सर्वेक्षण बताता है कि दिल्ली में सिर्फ 66.63 फीसद लोगों के पास अपना मकान है, जबकि 32.38 लोग आज भी किराये पर रहते हैं। करीब 0.99 फीसद के पास कुछ नहीं है। सबसे ज्यादा किरायेदार नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) में करीब 62 फीसद हैं। वहीं, सबसे अधिक अपना मकान रखने वालों की आबादी शाहदरा जिले में है, यहां करीब 76.37 फीसद लोगों के पास अपना मकान है। पूर्वी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र में 29.33 फीसद, उत्तरी निगम क्षेत्र में 29.82 फीसद और दक्षिणी निगम में 38.01 फीसद लोग किराये पर रहते हैं।

19.85 फीसद के पास ही इंटरनेट की सुविधा

ऑनलाइन शिक्षा के बीच देश की राजधानी में सिर्फ 21.27 फीसद लोगों के पास कंप्यूटर है। उसमें भी 19.85 फीसद के पास ही इंटरनेट की सुविधा है, बाकी 80.15 के पास इंटरनेट नहीं है। हालांकि सर्वे बताता है कि दिल्ली में 93.83 फीसद के पास मोबाइल फोन है। वहीं 2.32 फीसद के पास मोबाइल और लैंडलाइन दोनों फोन हैं। 3.32 फीसद लोगों के पास न मोबाइल है और न ही लैंडलाइन फोन की सुविधा है।

18.06 फीसद को पाइपलाइन से नहीं मिलता पानी

दिल्ली में 18.06 फीसद लोगों को अब भी नल से घर तक पानी नहीं पहुंच पाया है। इसमें 7.76 फीसद बोतल से पानी मंगाते हैं। 4.42 फीसद को ट्यूबवेल का पानी मिलता है। 5.04 फीसद को टैंकर से आपूर्ति होती है जबकि 0.94 फीसद हैंडपंप का प्रयोग करते हैं।

सर्वे के मुताबिक 82 फीसद लोगों के घरों तक पीने का पानी पहुंचता है। इसमें 70.98 फीसद को नल के जरिए घर के अंदर तक पानी मिलता है।51 फीसद लोगों के पास मोटर वाले वाहनसर्वे बताता है कि दिल्ली में 51.78 फीसद लोगों के पास मोटर वाहन (दोपहिया या चार पहिया) हैं। इसमें 40.35 फीसद के पास दोपहिया है जबकि 4.34 फीसद लोगों के पास चार पहिया वाहन हैं। 6.59 फीसद लोग ऐसे हैं, जिनके पास दोनों वाहन मौजूद हैं। दिलचस्प यह है कि दिल्ली में 10 हजार से कम खर्च करने वाले 25.59 फीसद के पास दोपहिया मौजूद है। यही नहीं 1.19 फीसदी के पास कार और 1.24 फीसद के पास कार और दोपिहया दोनों है। 40.59 फीसद लोगों के पास कार और दोपहिया दोनों वाहन हैं।

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