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Nirbhaya Case: दोषी विनय के पिन निगलने का दावा निकला झूठा, X-ray से खुली पोल

Nirbhaya Case दोषी विनय ने शनिवार को पिन निगलने का दावा किया। हालांकि जेल प्रशासन ने जब उसका एक्स-रे कराया तो उसमें यह दावा झूठ निकला।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 23 Feb 2020 08:16 AM (IST)Updated: Sun, 23 Feb 2020 09:52 AM (IST)
Nirbhaya Case: दोषी विनय के पिन निगलने का दावा निकला झूठा, X-ray से खुली पोल
Nirbhaya Case: दोषी विनय के पिन निगलने का दावा निकला झूठा, X-ray से खुली पोल

नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्र]। Nirbhaya Case: फांसी पर लटकाए जाने की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, निर्भया के दोषी जान बचाने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। इसी कड़ी में एक दोषी विनय ने शनिवार को पिन निगलने का दावा किया। हालांकि, जेल प्रशासन ने जब उसका एक्स-रे कराया तो उसमें यह दावा झूठ निकला। डेथ वारंट में तय तीन मार्च की तारीख आने में अब महज नौ दिन शेष रह गए हैं।

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इससे निर्भया के दोषियों की नींद उड़ने लगी है, जेल में सबसे ज्यादा परेशान विनय है। वह खुद को बीमारी से पीड़ित दिखाकर फांसी की तिथि को टालने की हर मुमकिन कोशिश करने में जुटा हुआ है। ताजा घटनाक्रम में उस समय जेल अधिकारियों के होश उड़ गए, जब उन्हें विनय ने बताया कि उसने एक पिन निगल लिया है। इसके कारण उसके मुंह से खून निकल रहा है। यह बात वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में जैसे ही आई। आनन-फानन में उसका एक्स-रे भी कराया गया, हालांकि उसका यह दावा जांच में झूठा साबित हुआ।

दोषियों को पता है कैसे फांसी को टाला जा सकता है

जेल सूत्रों का कहना है कि निर्भया के दोषियों को यह बात पता है कि फांसी पर उन्हें तभी लटकाया जा सकता है, जब वे शारीरिक व मानसिक तौर पर पूरी तरह स्वास्थ्य रहें। इस बात का दोषी फायदा उठाने की ताक में है। जांच के दौरान दोषी खुद को बीमार बताते रहते हैं, लेकिन चिकित्सकीय जांच के दौरान उनकी यह बात झूठी साबित हो जाती है। जेल अधिकारियों का साफ साफ कहना है कि चारों दोषी मानसिक व शारीरिक तौर पर पूरी तरह स्वास्थ्य हैं। सभी की रोजाना काउंसलिंग की जा रही है।

कोई कमजोरी तो कोई सिर चकराने की कर रहा शिकायत

जेल सूत्रों का कहना है कि चिकित्सक जब इनकी जांच करते हैं तो दोषी खुद को बीमार बताते हैं। इनकी भरसक कोशिश होती है कि चिकित्सक इन्हें बीमार घोषित कर दें। सूत्रों का कहना है कि चिकित्सक इन्हें कई बार समझाते हैं कि आप ठीक हो, लेकिन जांच के नतीजों के बाद भी ये यह बात मानने को तैयार नहीं होते कि ये ठीक हैं। समय-समय पर जो इनकी काउंसलिंग कराई जाती है। उसमें कोई कमजोरी तो कोई सिर चकराने की शिकायत करता है।

परिजन को देख रो लगे पवन और अक्षय

जेल सूत्रों का कहना है कि दोषियों के परिजन समय-समय पर आकर मिल रहे हैं। पवन व अक्षय के परिजन हाल ही में उनसे मिलने के लिए जेल पहुंचे थे, जिन्हें सामने देख दोनों दोषी रो पड़े। अभी इनकी अंतिम मुलाकात को लेकर कोई तिथि निश्चित नहीं की गई है। जेल प्रशासन जल्द इस संबंध में परिजन को सूचित कर सकता है।

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