Move to Jagran APP

Nirbhaya Case: दोषियों के व्यवहार में आया बदलाव, पवन व मुकेश की परिजनों से नहीं हो पायी मुलाकात

निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के चारों दोषियों में से एक मुकेश के परिजन आखिरी मुलाकात के लिए तिहाड़ जेल पहुंच गए हैं।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 19 Mar 2020 05:20 PM (IST)Updated: Thu, 19 Mar 2020 07:25 PM (IST)
Nirbhaya Case: दोषियों के व्यवहार में आया बदलाव, पवन व मुकेश की परिजनों से नहीं हो पायी मुलाकात
Nirbhaya Case: दोषियों के व्यवहार में आया बदलाव, पवन व मुकेश की परिजनों से नहीं हो पायी मुलाकात

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में चारों दोषियों को शुक्रवार सुबह 5.30 बजे फांसी तय माना जा रहा है। ऐसे में दोषी मुकेश और पवन गुप्ता के परिजन गुरुवार को मुलाकात के लिए तिहाड़ जेल पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, न तो पवन और न ही मुकेश की उनके परिजनों से मुलाकात कराई गई।

loksabha election banner

सूत्रों के मुताबिक डेथ वारंट पर रोक से कोर्ट के इनकार की जानकारी मिलने के बाद से दोषियों के व्यवहार में अचानक तब्दीली आने लगी है। सूत्रों ने बताया कि दोषी आक्रामक व्यवहार करने लगे हैं। उधर, तिहाड़ जेल के गेट संख्या- 4 के बाहर सुरक्षा कर्मी तैनात कर दिए गए हैं।

फांसी देने की तैयारियां पूरी

बता दें कि निर्भया के दोषियों की गले की माप के हिसाब से फांसी का फंदा बुधवार को तैयार किया गया। फंदा बनाने से पहले जल्लाद को मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से तैयार वह रिपोर्ट दिखाई गई, जिसमें दोषियों के वजन व गले की माप से जुड़े तमाम नतीजे दर्ज हैं। जेल सूत्रों का कहना है कि इससे पूर्व अफजल को जब फांसी दी गई थी तब जल्लाद ने नहीं, बल्कि जेल के कर्मचारियों ने ही सारा कार्य किया था। ट्रायल से लेकर फांसी पर लटकाने तक का पूरा कार्य जेल कर्मचारियों ने ही किया था। इसलिए जल्लाद ने पुराने कर्मचारियों से उनके अनुभव जाने और तब फंदा तैयार किया।

तैयार फंदों को काले रंग के एक बक्से में सुरक्षित रख दिया गया है। इस बक्से की चाभी जेल के उपाधीक्षक को सौंपी गई। सूत्रों का कहना है कि फंदा बनाने से पहले रस्सी पर मोम व मक्खन का लेप लगाकर उसे मुलायम किया गया।

किसे कितना लटकाया जाएगा, यह भी हो गया तय

कई दिनों से चल रहे स्वास्थ्य जांच की रिपोर्ट के आधार पर जल्लाद को मोटे तौर पर यह बता दिया गया कि किस दोषी को कितनी लंबाई पर लटकाया जाएगा। इसके हिसाब से फंदे की गांठ व लंबाई को तय कर दिया गया।

अभी तक दोषियों ने नहीं बताई अंतिम इच्छा

निर्भया के दोषियों की ओर से अब तक जेल प्रशासन को अपनी अंतिम इच्छा के बारे में नहीं बताया है। जेल प्रशासन ने दोषियों से अंतिम इच्छा और अंतिम मुलाकात किससे करने के बारे में पूछा था। अक्षय को छोड़कर सभी दोषियों की अंतिम मुलाकात करा दी गई है। उसके परिवार से अब तक कोई मिलने के लिए नहीं आया है। प्रशासन ने उनसे यह भी पूछा है कि उनके नाम से कोई संपत्ति या खाते में जमा कोई रकम है तो उसे किसके नाम करना चाहते हैं। कोई वसीयत करना चाहते हैं या फिर किसी को अपना नॉमिनी बनाना चाहते हैं।

जेल अधिकारियों का कहना है कि जेल मैनुअल के मुताबिक मौत की सजा पाने वाले दोषियों से फांसी से पहले उनकी अंतिम इच्छा के बारे में पूछा जाता है और उनकी इच्छा को पूरा कराया जाता है। जेल सूत्रों का कहना है कि दोषियों ने अब तक अंतिम इच्छा के बारे में कुछ नहीं बताया है। उन लोगों ने सिर्फ अपने परिवार वालों से मुलाकात की बात कही थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.