दिल्ली-NCR में 17 अवैध कॉलोनियां की नियमित होने की उम्मीद बढ़ी, अब सिर्फ मंजूरी का इंतजार
17 अवैध कॉलोनियों को नियमित करने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया गया है। मंजूरी मिलने के बाद कॉलोनियों में सुविधाएं दी जाएंगी।
गुरुग्राम [संदीप रतन]। शहर की 17 अवैध कॉलोनियों के बाशिदों के लिए राहत की खबर है। जल्द ही इन कॉलोनियों के नियमित होने की उम्मीद है। नगर निगम की ओर से हाल ही में अवैध कॉलोनियों को नियमित करने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है। कॉलोनियों के नियमित होने के बाद इनमें सड़क, सीवर और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं नगर निगम की ओर से मुहैया करवाई जाएंगी। नियमानुसार किसी भी कॉलोनी में मूलभूत सुविधाएं देने के लिए कॉलोनी का नियमित होना जरूरी है। साथ ही इसके लिए वहां के बाशिदों को विकास शुल्क भी नगर निगम में जमा करवाना पड़ता है।
बता दें कि 25 नवंबर 2016 को 23 अवैध कॉलोनियों और 5 दिसंबर 2016 को 24 अवैध कॉलोनियों सहित कुल 47 अवैध कॉलोनियों को नियमित करने का प्रस्ताव गुरुग्राम नगर निगम द्वारा मुख्यालय को भेजा गया था। उसके बाद दो और अवैध कॉलोनियों को नियमित करने का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसमें कुल 49 अवैध कॉलोनियों में 32 को 2017-18 में सरकार ने नियमित कर दिया था। शेष 17 कॉलोनियों को नियमित करने का प्रस्ताव अब दोबारा सरकार को भेजा गया है।
इन 17 कॉलोनियों के नियमित होने की उम्मीद
- पावला खुसरुपुर गांव का क्षेत्र
- सिकंदरपुर गांव का क्षेत्र
- नाथुपुर गांव का क्षेत्र
- बादशाहपुर गांव का क्षेत्र
- इस्लामपुर गांव का क्षेत्र
- गुरुग्राम पार्ट-1 व 2 का क्षेत्र
- वजीराबाद गांव का क्षेत्र
- प्रेमपुरी झाड़सा
- नितिन विहार
- गंगा विहार
- साहिब कुंज
- सैनीखेड़ा
- सरस्वती एंकलेव एक्सटेंशन
- रतन विहार पार्ट टू
- अशोक विहार फेज-2 एक्सटेंशन
- न्यू पालम विहार फेज
- विजय विहार एक्सटेंशन (श्रीराम कॉलोनी)
सुविधाओं के बिना नागरिक परेशान
सड़क, सीवर, बिजली और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं होने से अवैध कॉलोनियों के नागरिक परेशान हैं। कॉलोनियों के नियमित होने से 17 कॉलोनियों के लाखों बाशिदों की परेशानी दूर होने की उम्मीद जगी है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इन कॉलोनियों को जल्द नियमित करवाने का प्रयास किया जाएगा।
डीटीपी नगर निगम गुरुग्राम ने बताया कि 17 अवैध कॉलोनियों को नियमित करने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया गया है। मंजूरी मिलने के बाद कॉलोनियों में सुविधाएं दी जाएंगी।